गंदगी बनी फखरपुर की पहचान
बहराइच : फखरपुर ब्लॉक क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को ग्रहण लग गया है। गांव व कस्बों में सफाई कर्मी आते
बहराइच : फखरपुर ब्लॉक क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को ग्रहण लग गया है। गांव व कस्बों में सफाई कर्मी आते नहीं हैं। अगर कभी सफाई हुई भी तो कूड़ा कचरा नालियों से निकाल कर सड़क पर फेंक दिया जाता है।
सफाई के मामले में फखरपुर कस्बे का हाल बदहाल है। ऐसा नहीं है कि ब्लॉक स्तरीय अधिकारी इससे अंजान हों। जान-बूझकर अनदेखी कर रहे हैं। जिम्मेदारों की अनदेखी कभी भी यहां के लोगों पर भारी पड़ सकती है। केंद्र व प्रदेश सरकार के स्वच्छता मिशन यहां एक भी कदम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। फखरपुर कस्बा पांच ग्राम पंचायतों में शामिल है। आबादी तकरीबन 30 हजार होगी। ग्रामपंचायतों के हिसाब से यहां पांच सफाई कर्मियों की तैनाती है, लेकिन दिखते एक भी नहीं हैं। सड़कों पर बह रहा पानी, चोक पड़ी नालियां कस्बे की पहचान बन गई है। मंगल कहते हैं कि साफ-सफाई के लिए कई बार बीडीओ से शिकायत की गई, लेकिन उन्होंने सफाई कराने से इंकार कर दिया। पप्पू गुप्ता का कहना है कि निजाम बदलने के बाद भी कर्मचारियों के ढर्रे अभी भी नहीं बदले हैं। सफाई करना यहां तो दूर, सफाई कर्मी कभी आते ही नहीं हैं। प्रदीप पांडेय बताते हैं कि सफाई न होने से कभी भी संक्रामक बीमारी फैल सकती है। हैबतपुर के ग्राम प्रधान आनंद प्रकाश शुक्ला ने बताया कि सफाई कर्मी मुहम्मद अहमद की नियुक्ति है, लेकिन तीन माह से आए ही नहीं। अंगनापारा, गजाधरपुर, माधौपुर, पटेसिया, भिलोराबांसू व ससना मे भी गंदगी का अंबार लगा है।