निर्मल रहे नीर, पंचायत प्रतिनिधियों को बताए गए गुर
बहराइच : गुरुवार को विकास भवन सभागार में नीर निर्मल परियोजना के तहत चयनित गांवों के लिए एक दिवसीय वा
बहराइच : गुरुवार को विकास भवन सभागार में नीर निर्मल परियोजना के तहत चयनित गांवों के लिए एक दिवसीय वाटर सेफ्टी कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधानों व पेयजल स्वच्छता समिति के सदस्यों को पेयजल स्वच्छता की बारिकियां बताई गईं।
पेयजल स्वचछता मंत्रालय भारत सरकार ने विश्व बैंक के साथ मिलकर जिले की ग्रामीण इलाकों में पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति व शौचालय निर्माण व इसके वास्तविक उपयोग के उद्देश्य से नीर निर्मल परियोजना शुरू की है। परियोजना के प्रथम चरण में जिले के 11 ब्लॉकों में 25 ग्राम पंचायतों का चयन पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति के लिया गया है। डीडीओ वीरेंद्र ¨सह ने बताया कि प्रत्येक नागरिक को हर समय व हर परिस्थिति में पीने, भोजन बनाने व अन्य घरेलू आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त मात्रा में शुद्ध, स्वच्छ व सुरक्षित जल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। सामुदायिक स्तर पर लगभग 70 से 80 प्रतिशत बीमारियों की वजह शुद्ध व सुरक्षित पेयजल का उपलब्ध न होना है। परियोजना के तहत चयनित गांवों के ग्राम प्रधान अपने स्तर से पेयजल की गुणवत्ता की निगरानी सुनिश्चित करें। डीपीएम संतोष कश्यप ने शुद्ध पीने के पानी की विशेषताएं व जलजनित रोगाणुओं से होने वाले रोगों की जानकारी दी। इस मौके पर प्रतिभागियों को फिल्टरेशन किट व हाईड्रोजन सल्फाइड की शीशी का वितरण किया गया। कार्यक्रम में आदिल कमाल, संदीप कुमार, वेद प्रकाश पांडेय, गणेश गुप्ता, पंकज भान ¨सह, जल निगम से बृजमोहन समेत चयनित गांवों के ग्राम प्रधान, ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य, सहयोगी संस्था के सदस्य व प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर मौजूद रहे।
इन ग्राम पंचायतों के प्रधानों को मिला प्रशिक्षण
-पयागपुर के लालपुर, विशेश्वरगंज के गुवाए, बालापुर व झूरीकुंइयां, चित्तौरा ब्लॉक के मोहम्मदनगर, अशोका, डीहा, नगरौर, रिसिया के लौकी, भोपतपुर चौकी व शिवपुर ब्लॉक के बौंडी ग्राम पंचायतों के प्रमुखों को प्रशिक्षित किया गया।