¨जदगी संवार रहा एक्सीलेरेटेड कैंप
बहराइच : पुलिस लाइन का आवासीय एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैंप में दिव्यांग बच्चों की ख्वाबों की दुनिया हकी
बहराइच : पुलिस लाइन का आवासीय एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैंप में दिव्यांग बच्चों की ख्वाबों की दुनिया हकीकत का रूप ले रही है। पठन-पाठन के बंदोबस्त हों या खेलकूद के इंतजाम। रात को सोने के बिस्तर हों या भोजन के लिए डाय¨नग हॉल। मनोरंजन के लिए टेलीविजन व खेलने के लिए खेलकूद के उपकरण। दिव्यांग बच्चों को हर वह साधन और संसाधन प्रशासन उपलब्ध करा रहा है जो इनके ख्वाबों में रचती-बसती है। पर्व के दौरान यहां पूरा प्रशासनिक अमला एकत्र होता है। इन बच्चों की हौसला आफजाई देखते बनती है। सामाजिक संगठन भी इन बच्चों को अभाव न हो इसके लिए अपनी भागीदारी बढ़-चढ़कर करते हैं। वर्तमान में इस भवन में दो कैंप संचालित हैं। एक में 46 व दूसरे में 47 दिव्यांग बच्चे पढ़ रहे हैं। पूरे जिले से यहां मानसिक कमजोर बच्चे आते हैं। इन बच्चों का पंजीकरण परिषदीय स्कूल में होता है, लेकिन इन्हें पढ़ने से पूर्व पढ़ाई की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए यहां एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशासन ने इस एक्सीलेरेटेड कैंप का कायाकल्प तीन वर्ष पूर्व शुरू किया। बेसिक शिक्षा विभाग को इसके संचालन का दारोमदार सौंपा गया। बच्चों के भोजन के लिए हर दिन अलग-अलग मीनू है। कैंप प्रभारी कांती मिश्रा कहती हैं कि इन बच्चों को अभाव का एहसास न हो, इसके लिए हर पल पूरा प्रयास किया जाता है। ²ष्टि बाधित रामसूरत, सुरेश, मूक बधिर विद्या व आमिर कैंप में पढ़ाई के दौरान अब पहले से बेहतर हैं। इन बच्चों में बेहतर सुधार के बाद लखनऊ के मोहान रोड स्थित ²ष्टिबाधित इंटर कॉलेज में कई बच्चों का प्रवेश हुआ है। यहां की शिक्षण व्यवस्था के लिए दो वार्डेन शिवकुमार पाल व वंदना कार्यरत हैं। तीन आईटी टीचर के साथ दो ²ष्टिबाधित व चार मूक बधिर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। क्रिसमस हो या होली। दीपावली हो या ग्यारहवीं शरीफ। इन पर्वों पर प्रशासनिक अफसर जुटकर बच्चों की हौसला आफजाई करते हैं। लायंस क्लब और आइएमए भी कैंप में बच्चों को सहयोग देते रहते हैं।