तालाब में तब्दील हो रहे वार्ड के मोहल्ले
बहराइच : शहर का घसियारीपुरा वार्ड समस्याओं से दो-चार है। जगह-जगह फैली गंदगी, चोक नालियां, जमा कूड़े क
बहराइच : शहर का घसियारीपुरा वार्ड समस्याओं से दो-चार है। जगह-जगह फैली गंदगी, चोक नालियां, जमा कूड़े के ढेर व तालाब में तब्दील मुहल्ले का ज्यादातर इलाका घसियारीपुरा वार्ड की दास्तां बयां कर रहा है। कई वर्षों से यहां के लोग इस समस्या से परेशान हैं, लेकिन निजात दिलाने वाला कोई नहीं है। जिला प्रशासन से लेकर शासन तक व पीएमओ कार्यालय तक लोगों ने समस्या निजात के लिए आवाज उठाई, लेकिन कार्रवाई सिफर रही। प्रस्तुत है जागरण प्रतिनिधि की रिपोर्ट
बीमारी को दावत
मुहल्ले में कई वर्षों से जलभराव की समस्या बनी हुई है। यहां रहने वाले गिरिजेश कुमार व लखन लाल तिवारी ने बताया कि जलनिकासी की मुहल्ले की सबसे बड़ी समस्या है। लोगों के घरों का पानी रास्ते पर ही बहता रहता है। इससे मुहल्ले में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा अक्सर बना रहता है।
जगह-जगह कूड़े के ढेर
मुहल्ला निवासी चंद्रसेन वर्मा व राजन साहू ने बताया कि मुहल्ले में जगह-जगह कूड़े के ढेर जमा रहते हैं। कूड़ा उठाने के लिए नगर पालिका के सफाई कर्मी भी नजर नहीं आते हैं। जमा कूड़े के ढेर से उठने वाली दुर्गंध के चलते मुहल्ले वासियों का निकलना मुहाल हो गया है। कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इससे मुहल्लेवासियों में आक्रोश व्याप्त है।
खाली प्लाट कर रहे सीवर का काम
तीन हजार से अधिक आबादी वाले इस मुहल्ले में रहने वाले लोगों के घरों से निकलने वाले पानी को सीवर लाइन से जोड़ने तक की व्यवस्था नहीं बन पाई है। मुहल्ले के छैल बिहारी गौतम व रमेश ¨सह कहते हैं कि चार वर्ष से अधिक समय से यहां के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों के घरों के खाली पड़ी जमीनें सीवर का काम कर रही हैं। कुछ दिन पूर्व सीवर लाइन डाले जाने की कवायद शुरू हुई थी, लेकिन मामला 'ढाक के तीन पात' रह गया और समस्या जस की तस बनी हुई है।
तालाब में तब्दील मुहल्ला
घसियारीपुरा मुहल्ले का ज्यादातर इलाका तालाब में तब्दील हो चुका है। लोग पं¨पग सेट का सहारा लेकर घरों के आगे जमा पानी को बाहर निकालते हैं। सेवानिवृत्त शिक्षक वीएस श्रीवास्तव व सौरभ चतुर्वेदी ने बताया कि जलनिकासी की समस्या को लेकर कई बार मुहल्लेवासियों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन के माध्यम से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया। जनप्रतिनिधियों को भी मामले से अवगत कराकर समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई गई, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने बताया कि प्रत्याशियों को चुनाव के दौरान मतदाताओं का ध्यान तो रहता है, लेकिन जीतने के यह जनप्रतिनिधि अपने किए वादे को भूल जाते हैं।
क्या कहते हैं पालिकाध्यक्ष
नगरपालिका अध्यक्ष रेहान खां की मानें तो घसियारीपुरा में जलनिकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए कार्ययोजना तैयार कर डीएम के माध्यम से नगर विकास विभाग उप्र प्रशासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा।