नि:शुल्क दवाओं का वसूला जा रहा शुल्क
बहराइच : टीबी (क्षय रोग) मरीजों के उपचार को लेकर सरकार भले ही गंभीर हो, लेकिन जिला अस्पताल में उल्टी
बहराइच : टीबी (क्षय रोग) मरीजों के उपचार को लेकर सरकार भले ही गंभीर हो, लेकिन जिला अस्पताल में उल्टी गंगा बह रही है। मरीजों को नि:शुल्क मिलने वाली दवाओं व पैथालॉजी जांच में भी अवैध धन उगाही की जा रही है। अधिकांश मरीजों को अस्पताल के बाहर की दवाएं लिखी जा रही हैं। यहां तैनात कर्मचारियों की कार्यशैली शासन की मंशा को पलीता लगा रही है।
कोतवाली नानपारा क्षेत्र के रिक्खीरामपुरवा निवासी कंधई लाल पुत्र मरछू 17 अक्टूबर से अपना उपचार यहां करा रहे हैं। शुक्रवार को वे यहां दवा लेने आए थे। जहां 20 रुपये पर्चा बनवाई के नाम पर, 30 रुपये दवाई देने के नाम पर व 20 रुपये बलगम जांच के नाम पर वसूला गया। इसी तरह हरदी थाना क्षेत्र के कटकुइयां निवासी आशा देवी पत्नी कोयली से भी 200 रुपये दवा का मांगा गया था। पैसे न होने का हवाला देकर 100 रुपये वसूली कर फार्मासिस्ट ने दवा दी। बलगम जांच व पर्चा बनाने के नाम पर भी पैसे ऐंठे गए। साथ ही डॉट्स कार्ड बनाने के लिए 180 रुपये लिए गए। फखरपुर थाना क्षेत्र के भिखईपुरवा निवासी राम कुमार ¨सह पुत्र विक्रम ¨सह भी कर्मचारियों के अवैध वसूली का शिकार बने। इनसे भी दवा व बलगम जांच के नाम पर 20-20 रुपये वसूले गए। गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के कटरा रामगढ़ निवासी चुन्नी लाल पुत्र मोहन भी उपचार के लिए आए थे। यहां मौजूद फार्मासिस्ट ने इन्हें पांच सूई देने के एवज में 200 रुपये वसूल लिए। इलाज के नाम पर हो रहे आर्थिक शोषण के बारे में बताते हुए मरीजों की आंखों में आंसू भर आए। जिला क्षय रोग अधिकारी से जब बात करने के लिए कार्यालय की तरफ जागरण टीम ने रुख किया तो उनके कार्यालय पर ताला लगा मिला।
बोले अधिकारी
मामला संज्ञान में आया है कि टीबी क्लीनिक में नि:शुल्क मिलने वाली दवा व जांच के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। यहां तैनात फार्मासिस्ट की शिकायत इससे पूर्व भी हो चुकी है। इनका तबादला भी कहीं और होने की जानकारी मिली है। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्टर आने पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा।
डॉ.अरुण लाल, सीएमओ