चाइनीज सामानों का नहीं करेंगे प्रयोग
बहराइच : चाइनीज सामानों के न खरीदने को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। बाजार में सूनी पड़ी चाइनी
बहराइच : चाइनीज सामानों के न खरीदने को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। बाजार में सूनी पड़ी चाइनीज सामानों की दुकानें इसकी गवाही दे रही हैं। स्कूलों में शिक्षक बच्चों को चाइनीज सामान न प्रयोग करने को लेकर प्रेरित कर रहे हैं। सरस्वती शिशु मंदिर माधवपुरी में छात्र-छात्राओं ने चाइनीज सामानों का प्रयोग न करने का संकल्प लिया।विद्यालय के प्रधानाचार्य श्यामसुंदर दीक्षित की अध्यक्षता में बच्चों ने मां सरस्वती के चित्र के सामने संकल्प लिया। प्रधानाचार्य ने कहा कि राष्ट्र हित के लिए जागरूक हों। जापान ने अमेरिका में बने उत्पादों के बिक्री पर कोई रोक नहीं लगा रखी है, लेकिन हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिराने के विरोध में अधिकतर जापानी अमेरिकी सामानों को नहीं खरीदते। महर्षि अर¨वद घोष ने कहा था कि राष्ट्र-प्रेम की भावना जापानियों में कूट-कूट कर भरी है। छोटे से जापान ने विश्व की ताकत रहे रूस को परास्त कर दिया था। ऐसा वहां के नागरिकों की राष्ट्र-प्रेम की भावना के चलते हुआ। भारत के दोनों पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान भारत का विरोध कर रहे हैं। चीन को कमजोर करने के लिए जरूरी है कि हम वहां बने उत्पादों को न खरीदें। सरकार भले ही अंतर्राष्ट्रीय संधियों के चलते मजबूरी में हो, लेकिन देशवासियों में चीनी सामान खरीदने को लेकर कोई बाध्यता नहीं है। अब अवसर आ गया है कि हम जागरूक हों और स्वदेश में निर्मित उत्पादों को ही खरीदें। इस मौके पर मुकुट बिहारी तिवारी, रामचरन शुक्ला, बृजकिशोर त्रिपाठी, विजय ¨सह सेंगर, सभा बहादुर समेत अन्य मौजूद रहे।