हुजूर, छावनी सरकार का कब होगा उद्धार
बहराइच : चित्तौरा ब्लॉक का गांव छावनी सरकार शहर की सीमा से बिल्कुल सटा हुआ बसा है। ग्राम पंचायत के क
बहराइच : चित्तौरा ब्लॉक का गांव छावनी सरकार शहर की सीमा से बिल्कुल सटा हुआ बसा है। ग्राम पंचायत के कुछ मुहल्ले बहराइच नगरपालिका की सीमा में आते हैं। इसके बावजूद भी यहां तक विकास की किरणें नहीं पहुंच सकी हैं। जर्जर सड़कें, रास्तों पर जलभराव, जगह-जगह फैली गंदगी यहां की पहचान बन चुकी है। डेंगू, चिकुनगुनिया व दिमागी बुखार जैसी बीमारियों के लगातार पांव पसारने के बाद भी जिम्मेदार सफाई को लेकर बेपरवाह बने हैं। यहां के बा¨शदे दशकों से सरकारी योजनाओं के जमीन पर उतरने की राह निहार रहे हैं। रविवार को जागरण टीम के प्रतिनिधि वेद प्रकाश पाठक, विनोद त्रिपाठी व छायाकार जितेंद्र रावत ने गांव के लोगों का हालचाल जाना। प्रस्तुत है रिपोर्ट-
शहर के पुलिस लाइन मुहल्ले से सटा छावनी सरकार फुटहा गांव 70 के दशक से जिले में अपनी एक अलग पहचान रखता था। इसी मुहल्ले के देवी प्रसाद 1991 में मुलायम ¨सह सरकार में कृषि मंत्री बने थे। उस समय यह गांव जिले की राजनीति का केंद्र हुआ करता था। वीआईपी गांव में शुमार छावनी सरकार आज मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। गांव में चारों ओर रास्तों पर जलभराव, बदहाल विद्युत व्यवस्था, क्षतिग्रस्त नालियां, जर्जर सड़कें, अधूरे शौचालय गांववासियों का दर्द बढ़ा रहे हैं।
जलभराव बना मुसीबत
गांव के संत कुमार, भोला नाथ, शरद चंद्र राय ने बताया कि गांव की सड़कों पर बारिश व घरों से निकला गंदा पानी जमा रहता है। फुटहा मुहल्ले में स्थापित प्राथमिक विद्यालय प्रथम, द्वितीय व बालिका विद्यालय तक पहुंचने के लिए बच्चों को घुटनों तक पानी से गुजर कर जाना पड़ता है। टीम के सामने ही विद्यालय के पास जलभराव व कीचड़ में से गुजरने का प्रयास कर रहे बाइक सवार गो¨वद असंतुलित होकर गिर गए। ग्रामीणों ने बताया कि यह नजारा यहां आए दिन देखने को मिलता है।
बीमारियों को दावत दे रही फैली गंदगी
राजकुमार, चंद्रजीत, मुन्ना लाल, आकाश कुमार ने बताया कि मुहल्लों में सड़कों के किनारे अधिकांश स्थानों पर नालियां न होने से कीचड़ व गंदगी बिखरी रहती है। इनमें पनप रहे मच्छर बीमारियों को दावत दे रहे हैं। बीमारियों का प्रकोप बढ़ने के बाद भी न तो सफाई कर्मी दिखाई देते हैं न ही दवा का छिड़काव होता है।
बिजली आपूर्ति में बाधक बने जर्जर तार
राम प्रसाद, कुलदीप कुमार, शेष कुमार ने बताया कि गांव में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था ठीक नहीं है। विभाग द्वारा खंभे न लगाए जाने के कारण बल्लियों के सहारे बिजली आपूर्ति की जा रही है। आए दिन जर्जर तार टूट कर गिरने से दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
क्या कहते हैं ग्राम प्रधान
छावनी सरकार गांव में बदहाल सफाई व्यवस्था व अन्य जन समस्याओं के मुद्दे पर जब ग्राम प्रधान मुहम्मद वसीम से बात की गई तो उनका कहना था कि मनरेगा के तहत बजट नहीं मिला है। इसलिए काम नहीं हो पा रहा है। दवा छिड़काव एएनएम की जिम्मेदारी है। वहीं कुछ बता सकती हैं। गांव में सफाई व्यवस्था ठीक कराई जाएगी।