भूमिगत बिजली केबिल केलिए 50 करोड़ और आवंटित
बहराइच : विधानसभा चुनाव से पहले सरकार बिजली व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के वादे को हकीकत का रूप
बहराइच : विधानसभा चुनाव से पहले सरकार बिजली व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के वादे को हकीकत का रूप देने के लिए गंभीर है। शहर में बिजली की भूमिगत केबिल बिछाने की योजना की तीसरी किश्त के रूप में 50 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति बिजली विभाग को मिल गई है। इसे मिलाकर अब तक तकरीबन 80 करोड़ रुपये की धनराशि जमीन के भीतर केबिल कार्य के लिए आवंटित की जा चुकी है।
बहराइच शहर सूबे में पहला ऐसा स्थान है जहां हाईटेंशन और लो टेंशन दोनों को भूमिगत किए जाने का कार्य हो रहा है। 111 करोड़ 30 लाख रुपये की लागत के इस योजना को शासन ने 29 मार्च 2015 को मंजूर किया था। अक्टूबर 2015 में प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय अग्रवाल व तत्कालीन ऊर्जा राज्यमंत्री यासर शाह ने जिले के गेंदघर से इस भूमिगत परियोजना के कार्य का शुभारंभ किया था। मार्च 2017 तक इस कार्य को पूरा किए जाने का लक्ष्य है। पहली किश्त के रूप में 19 करोड़ 44 लाख 64 हजार रुपये और 10 करोड़ रुपये की दूसरी किश्त आठ मार्च 2016 को आवंटित की गई। 30 मई 2016 को पहली और दूसरी आवंटित किश्त की धनराशि के 75 फीसद उपभोग हो जाने की सूचना डीएम ने शासन को दी। इसके बाद 50 करोड़ रुपये की तीसरी किश्त को 26 जुलाई को वर्ष 2016-17 त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत स्वीकृति प्रदान कर दी गई। नियोजन अनुभाग-4 के विशेष सचिव अबरार अहमद ने इसका पत्र जिलाधिकारी को भेज दिया है।