मौसम की मार से सब्जी किसान बेजार
बहराइच : लगातार बढ़ता पारा आम जनजीवन को परेशानी में तो डाले ही है, सब्जी किसानों पर भी सूरज की किरण
बहराइच : लगातार बढ़ता पारा आम जनजीवन को परेशानी में तो डाले ही है, सब्जी किसानों पर भी सूरज की किरणें आफत बनकर बरस रही हैं। खेतों में लगी हरी सब्जियों की फसल का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। उत्पादन कम और मांग ज्यादा होने के चलते सब्जिय के भावों में उछाल आया है।
इस बार अप्रैल के महीने में बेतहाशा बढ़े पारे ने जायद में सब्जी की खेती करने वाले किसानों को परेशान कर रखा है। 43 डिग्री सेल्सियस को छू रहा तापमान खेत में लगी फसल को झुलसा रहा है। दोपहर में सूखी फसल को देखकर किसानों के चेहरे भी सूख रहे हैं। खेतों में हरी सब्जियां लौकी, टमाटर, तरोई, कद्दू, ¨भडी बोए किसानों ने काफी मेहनत मशक्कत कर फसल तैयार की है। अब पैदावार मिलने के समय आग बरसा रही किरणें अच्छे उत्पादन में रोड़ा डाल रही हैं। ¨सचाई में जरा सी देरी से फसल के चौपट होने का खतरा बढ़ गया है। बुबकापुर के सब्जी उत्पादक किसान महादेव बताते हैं कि इस बार सब्जियों को बचाने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ रही है। इसका असर पैदावार पर पड़ा है। किला खलार निवासी सब्जी किसान मुजीब ने बताया कि पहली बार अप्रैल के महीने में फसल को बचाने के लिए इतनी जद्दोजेहद करनी पड़ रही है। फसलों में बार बार ¨सचाई करने से लागत बढ़ गई है। शहर के बंजरिया मोड़ निवासी किसान वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि बढ़े तापमान की वजह से सब्जियों की फसल पर कीटों का प्रकोप बढ़ा है। बार बार दवा छिड़काव और पानी देकर फसल को बचाना काफी मंहगा पड़ रहा है।
बजट बिगाड़ रही महंगाई
- पारे के चढ़ते स्तर का असर सब्जियों के दामों पर पड़ा है। स्थानीय बाजार में सब्जियों के दाम काफी बढ गए हैं। हरी सब्जियों लौकी, कद्दू, करेला, ¨भडी आदि खरीदने में लोगों की जेब खासी ढ़ीली हो रही है। शहर में सब्जी की खरीदारी कर रहे अनूप ने बताया कि हरी सब्जियां आम आदमी के पहुंच से बाहर होती जा रही हैं। सब्जियों की खरीदारी घर के बजट का बिगाड़ रही है।
सब्जी मूल्यों पर एक नजर
आलू - 16
टमाटर - 24¨भडी - 40कटहल - 50बैंगन - 40कद्दू - 30तरोई - 40
शिमला मिर्च - 75 - 80
नोट : (भाव रूपये प्रति किलो में है )