बाबूजी धीरे चलना बड़े धोखे हैं इस राह में
हुजूरपुर(बहराइच) : छह दशक पूर्व रिलीज हुई आरपार के फिल्म का मशहूर गीत बाबूजी धीरे चलना, बड़े धोखे
हुजूरपुर(बहराइच) : छह दशक पूर्व रिलीज हुई आरपार के फिल्म का मशहूर गीत बाबूजी धीरे चलना,
बड़े धोखे हैं इस राह में..। हुजूरपुर के भंगहा मोड़ से भिलोरा बांसू होते हुए फखरपुर राजमार्ग को जोड़ने वाली सड़क सड़क के ऊपर एकदम सटीक बैठता है।गड्ढों में तब्दील हो चुकी सड़क पर आए दिन राहगीर चोटिल हो रहे हैं और जिम्मेदार मामले से मुंह मोड़े हुए हैं। न तो सड़क पर बने गड्ढों की पटाई का काम हो रहा है और न ही मार्ग के मरम्मत को लेकर महकमा गंभीर दिख रहा है। अधिकारियों के लापरवाह रवैये का खामियाजा प्रतिदिन राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। हुजूरपुर की सीमा में पूरी तरीके से जर्जर व गड्ढों में तब्दील है। हालात यह है कि सड़क के बीचोबीच हुए गड्ढे यात्रियों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं। फिर भी विभाग इन गड्ढों को भरने के लिए सड़क की मरम्मत की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। हुजूरपुर से फखरपुर की दूरी लगभग 18 किलोमीटर है। जिसमें 12 किलोमीटर की सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पांच वर्ष पूर्व बनाई गई थी वह भी जर्जर होकर गड्ढों में तब्दील हो गई थी। अभी हाल ही में उसकी मरम्मत व पुनर्निर्माण का कार्य कराया गया है, जिससे सड़क चलने लायक बन गई है। जबकि भंगहा मोड़ से जगतापुरघाट पुल तक सड़क पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गई है। कई जगह सड़क के बीचोबीच बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। सड़क की गिट्टियां उखड़कर सड़क के किनारे चली गई हैं। यात्रियों के लिए इस पर चलना जान जोखिम में डालना है। यही नहीं रात में आने वाले लोग कई बार गड्ढों में गिरकर घायल भी हो चुके हैं। विभाग ने कुछ दिन पहले इस मार्ग पर कच्ची मिट्टी डाला था वह भी आवागमन के चलते धूल बनकर उड़ गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने मार्ग मरम्मत के लिए कई बार उच्चाधिकारियों को पत्र भी लिखा है और टेलीफोन पर वार्ता भी की है, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ है।