जननी सुरक्षा योजना में फिर निकल सकता है घोटाले का जिन्न
बहराइच : जिले के फखरपुर पीएचसी से जननी सुरक्षा योजना का घोटाला उजागर होने के बाद अब अन्य स्वास्थ्य क
बहराइच : जिले के फखरपुर पीएचसी से जननी सुरक्षा योजना का घोटाला उजागर होने के बाद अब अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर भी प्रसूताओं को योजना का लाभ दिए जाने के मामले में भी घोटाला उजागर हो रहा है। अपर निदेशक स्वास्थ्य की प्राथमिक जांच में इस बात का खुलासा हुआ है।
विशेश्वरगंज, बाबागंज समेत जिले के चौदह स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों द्वारा बार-बार एडी द्वारा अभिलेख मांगे जाने के बावजूद उनके समक्ष प्रस्तुत न करना दाल में काला होने का इशारा कर रहा है। एडी ने स्वास्थ्य अधीक्षकों को कड़ी चेतावनी देकर उनके खिलाफ शासन व मिशन निदेशक को रिपोर्ट भेजने की बात कही है। फखरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अन्तर्गत आने वाले अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र बौंडी में वृद्ध महिला को एक साल में पांच बार प्रसूता दिखाकर जननी सुरक्षा योजना की रकम में पलीता लगाया गया। जागरण ने घोटाले की खबर प्रमुखता से उजागर की थी। जिसके बाद राज्य अधिकारियों सहित डीएम व कमिश्नर सहित एडी ने भी मामले की जांच की थी। घोटाले की आंच अब सरकार तक पहुंचने के बाद पुन: इस मामले की जांच शुरू हो गई है। एडी ने जिले के चौदह ब्लॉकों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों से 2014-15 में जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव व आय व्यय के अभिलेख तलब किए, लेकिन केंद्र प्रभारी अभिलेखों को उपलब्ध कराने में आनाकानी कर रहे हैं। एडी की जांच में विशेश्वरगंज स्वास्थ्य केंद्र पर भी योजना से संबंधित दस्तावेज अधूरे मिले। यही नहीं, अतिरिक्त केंद्रों पर हुए प्रस्व की संख्या व शासन को भेजी रिपोर्ट में भारी अंतर पाया गया। एडी ने मामले की रिपोर्ट बना शासन को भी अवगत कराने की बात कही है।
केंद्रीय टीम ने भी किया निरीक्षण
राष्ट्रीय हेल्थ मिशन की केंद्रीय टीम के सदस्यों ने शनिवार को फखरपुर पीएचसी पहुंच कर औचक निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने जननी सुरक्षा योजना के अभिलेखों को जांचा। घोटाले की जांच के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ.एनके बनौधा के नेतृत्व में बीते चार दिनों से केंद्रीय टीम जिले में डेरा डाले हुए है। टीम ने लगभग चार घंटे तक दस्तावेजों को खंगालने के बाद देर शाम कैसरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। सीएमओ को जांच अधिकारियों के नाम तक नहीं पता फखरपुर व कैसरगंज पीएचसी में जननी सुरक्षा योजना को कई घंटे खंगालने वाली टीम के साथ मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.कुलभूषण जैन भी जांच के दौरान मौजूद रहे, लेकिन जब उनसे जांच अधिकारियों का नाम पूछा गया तो वे उनका नाम तक नहीं बता पाए।