प्रमाणपत्र के लिए थमे दौड़ने वाले कदम
बहराइच : सरकारी नौकरी का आवेदन हो या छात्रवृत्ति पाने की चाहत। इसके लिए आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र क
बहराइच : सरकारी नौकरी का आवेदन हो या छात्रवृत्ति पाने की चाहत। इसके लिए आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र की अनिवार्यता आवेदकों को अमूमन पड़ा करती है। इन प्रमाणपत्रों को पाने के लिए तहसीलों में उमड़ने वाली भीड़ दो दशक पहले अधिकारियों को पसीना-पसीना कर देती थी, लेकिन जबसे लोकवाणी के माध्यम से आवेदन स्वीकार होने शुरू हुए, प्रमाणपत्र के लिए तहसीलों में दौड़ लगाने वाले कदम थम गए हैं। अब अधिकारी भी अधिक से अधिक इन केंद्रों से आवेदन करने का हवाला देते हैं। तहसील दिवस में दिए गए प्रार्थना पत्र पर क्या कार्रवाई हुई, इसकी जानकारी एनआईसी ने अपनी वेबसाइट पर काफी समय से अपडेट कर रही है। अड़चन वहां है जहां जागरूकता की कमी तकनीक को पैर पसारने से रोक रही है। आवेदक इसका इस्तेमाल घर बैठे भी कर सकते हैं, लेकिन वे भी ऐसी सुविधाओं से कमोवेश लैस नहीं हो पा रहे हैं। शहर के बरहियापुरा मुहल्ला स्थित ऑनलाइन सर्विसेज संचालक जमीर खान बताते हैं कि अनेक सुविधाएं ऑन लाइन हैं। जाति, निवास, आय के साथ अन्य विभागों की सूचनाएं भी ऑन लाइन हासिल की जा रही है। बड़े पैमाने पर हर रोज आवेदक आते हैं। इस व्यवस्था से जहां दौड़-भाग कम हुई है वहीं कर्मचारियों की जी हुजूरी से भी आवेदकों को जूझना नहीं पड़ता है।