खता विभाग की, सजा 52 प्रशिक्षु शिक्षकों को
बहराइच : सूबे में चल रही प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में जिले में एक बड़े अनियमितता का मामला सामने आया है।
बहराइच : सूबे में चल रही प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में जिले में एक बड़े अनियमितता का मामला सामने आया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने संख्या से अधिक अनुसूचित जाति विज्ञान के अभ्यर्थियों की भर्ती कर ली। यह तीन माह से अधिक का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। बाद में विभाग को सुधि आई और आनन-फानन में उन्हें नोटिस थमा दी गई। इससे नाराज 52 प्रशिक्षुओं ने शुक्रवार को मुख्यालय पहुंचकर डीएम आवास व कलेक्ट्रेट का घेराव कर लिया।
शिवपुर व मिहींपुरवा ब्लॉक में गत दिनों अनुसूचित जाति विज्ञान वर्ग में चयनित प्रशिक्षु शिक्षकों की तैनाती की गई। ब्लॉक संसाधन केंद्र पर इन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त किया। शुक्रवार को बीआरसी व एनपीआरसी के माध्यम से इन्हें सूचना दी गई कि बेसिक शिक्षा कार्यालय में उपस्थित हों। सूचना प्राप्त होने के बाद अपनी बात बीएसए के समक्ष प्रस्तुत करें। प्रशिक्षुओं का कहना है कि एससीईआरटी के आंकड़ों में उनका नाम शामिल है। प्रशिक्षुओं का कहना है कि विभाग की गलती का खामियाजा उन्हें न भुगतना पड़े इसका इंतजाम करें। मानक से अधिक शिक्षकों की भर्ती कैसे हुई, यह गलती सीधे तौर पर विभाग की है। शाम को प्रशिक्षुओं ने जिलाधिकारी आवास व कलेक्ट्रेट का घेराव किया। नगर मजिस्ट्रेट वीपी पांडेय व बीएसए डॉ.अमरकांत ¨सह से अपने कॅरियर को लेकर ¨चता जताई। बाद में प्रशिक्षुओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर लिया। समझाने-बुझाने के बाद प्रशिक्षु नहीं मानें। अंत में जिलाधिकारी से प्रशिक्षुओं के प्रतिनिधि मंडल ने मिलकर अपनी समस्या बताई। सूत्रों के मुताबिक 52 प्रशिक्षु शिक्षकों पर विभाग से बाहर किए जाने की तलवार लटक गई है। दूसरी तरफ बीएसए डॉ.अमरकांत ¨सह ने इस पर कोई साफ जवाब न देकर कहा कि यह टेक्निकल फाल्ट है। इसे देखा जा रहा है।