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फाइलों में ही कैद रह गया डग्गामार वाहन हटाओ पखवारा

बहराइच : रोडवेज व सहायक सम्भागीय परिवहन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विगत 15 जून से चलाए जा रहे रा

By Edited By: Published: Mon, 29 Jun 2015 11:52 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2015 11:52 PM (IST)
फाइलों में ही कैद रह गया डग्गामार वाहन हटाओ पखवारा

बहराइच : रोडवेज व सहायक सम्भागीय परिवहन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विगत 15 जून से चलाए जा रहे राजस्व बढ़ाओ डग्गामार वाहन हटाओ अभियान की सफलता जाननी हो तो इस तस्वीर पर गौर फरमाएं। रोडवेज बस अड्डे से महज सौ मीटर की दूरी पर बेरोकटोक टैक्सी चालक राजधानी के लिए अपनी सेवाएं संचालित कर रहे हैं। इस अघोषित टैक्सी स्टैंड से न सिर्फ रोडवेज को राजस्व की चपत लग रही है।

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यात्रियों को भी जेब ढीली करने पर मजबूर होना पड़ता है। डग्गामार वाहनों के संचालन पर अंकुश लगाने के मकसद से यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के तत्वाधान में सहायक सम्भागीय प्रवर्तन कार्यालय व परिवहन निगम का संयुक्त अभियान 15 से 30 जून के मध्य संचालित है। अभियान को विभागों द्वारा राजस्व बढ़ाओ डग्गामार हटाओ पखवारा नाम से संचालित किए जाने की बात कही जा रही है पर हकीकत में अभियान चलने के दावे फाइलों में ही कैद नजर आते हैं। इसी का नतीजा है कि जिले से राजधानी मार्ग सहित अन्य मार्गों पर डग्गामार वाहनों का संचालन जारी है।

मनमानी का शिकार आम यात्री

राजधानी जाने वाले यात्रियों की तलाश में रोडवेज बस अडडे के निकट कई वाहन मंडराते नजर आते हैं। पहले तो तुरंत चलने का झांसा देकर ये यात्रियों को अपने जाल में फंसाते हैं बाद में यात्रियों से मनमाना किराया वसूल करते हैं। यात्रियों व वाहन चालकों के बीच किराये को लेकर आए दिन कहासुनी होना आम बात है। यही नहीं यात्रियों को इन वाहनों में भूसे की तरह भरकर ले जाया जाता है।

क्या कहते हैं अधिकारी

अभियान के संचालन के सवाल पर रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एके पाल का कहना है पुलिस व प्रशासन के पूरी तरह सहयोग के अभाव में डग्गामार वाहनों को रोकने में पूरी सफलता नहीं मिल पाई है। इस दौरान किए गए प्रयासों से रोडवेज के राजस्व में दो लाख रूपए राजस्व में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। सहायक संभागीय प्रवर्तन अधिकारी भगवान प्रसाद ने बताया कि परिवहन निगम के साथ संयुक्त अभियान के दौरान कई वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई है, हालांकि वह संख्या बता पाने में असमर्थ रहे।


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