बागवानी किसानों के जख्मों पर लगेगा मुआवजे का मरहम
बहराइच : बेमौसम बारिश ने न सिर्फ खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया इससे बागवानी फसलों को भी काफ
बहराइच : बेमौसम बारिश ने न सिर्फ खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया इससे बागवानी फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा। अच्छे आम उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे किसानों को बौर झड़ जाने के चलते मनमसोस कर रह गए। फसल नुकसान के मुआवजे के लिए हुए सर्वे में बागवानी फसलों के नुकसान को नहीं आंका गया था। अब नए सरकारी निर्देशों के बाद बागवानी फसलों के सर्वे की कवायद जल्द शुरू हो सकती है।
मार्च व अप्रैल महीने में लगातार आंधी पानी ने अनाज वाली फसलों के साथ आम के फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया। बौर आने के समय ही हुई बेमौसम बारिश से काफी फूल झड़ गए । इसके चलते बागों में आम की पैदावर कम हुई है तो लगे आमों की गुणवत्ता पर भी असर पड़ा है। अब शासन ने बागवानी किसानों की फसलों को पहुंचे नुकसान का सर्वे कराने का फैसला किया है। सर्वे में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान उठाने वाले किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
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- एडीएम विद्याशंकर ¨सह ने बताया कि जिले में बागवानी फसलों को बेमौसम बारिश से पहुंचे नुकसान का सर्वे उद्यान विभाग की सूचना के अनुसार करवाया जाएगा। जिन किसानों की बागवानी फसलों का नुकसान पहुंचा है वह विभाग को इसकी सूचना दे सकतें हैं।
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जिले में बागवानी फसलों के नुकसान के सर्वे कराया जाना है। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों से जल्द ही बातचीत कर प्रक्रिया निर्धारित की जाएगी। अभी तक किसी किसान की ओर से नुकसान की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
महेश कुमार श्रीवास्तव
जिला उद्यान अधिकारी
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- जिले के 67 हजार 922 हैक्टेयर में वनों का आच्छादन है । इसमें लगभग 5 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में फलउत्पादन किया जाता है। नबाबगंज, ¨महीपुरवा, जरवल, कैसरगंज आदि क्षेत्रों में लगे बागों में आम की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। जरवल ब्लाक के मनेहरा गांव के एहसान अहमद, धनसरी के बाग मालिक सूर्यमणि शुक्ला, जरवल नगर के बाग मालिक ओमप्रकाश आदि ने बागवानी फसलों के सर्वे पर खुशी जताई है।