बच्चों को खाने के लाले, स्कूलों में ताले
बहराइच : मौसम की मार से सूबे में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इससे निपटने के लिए शासन सक्रिय हुआ और प्
बहराइच : मौसम की मार से सूबे में सूखे जैसे हालात बन गए हैं। इससे निपटने के लिए शासन सक्रिय हुआ और प्रदेश के कई जिलों में बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना के माध्यम से स्कूल खोल भोजन उपलब्ध कराने का फरमान जारी कर दिया। 58 जिलों की सूची में बहराइच छूट गया।
राजस्व विभाग के निर्देश पर मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने जिलों को आदेश भेज परिषदीय स्कूल सुबह 9 से 11 बजे तक खोलने के निर्देश दिए। इस अवधि में स्कूल में पंजीकृत बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना के तहत पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराने को कहा गया है। शासन के नीति नियंताओं की नजर में बहराइच सूखाग्रस्त जिले की सूची में शामिल नहीं है, जबकि गत दिनों जब सूबे में बेमौसम बारिश के चलते फसलें तबाह हुई तो इस जिले का भी नाम उसमें शामिल हुआ। आलम यह है कि खेतों में अन्न की कमी देख किसानों के दिल की धड़कनें बढ़ी हैं। उम्मीद के मुताबिक उत्पादन नहीं हुआ है। गेहूं, दाल, लाही के दाम आसमान छूने को बेताब हैं। गांवों में जिनके यहां अनाज नहीं है, हालत दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ.अमरकांत ¨सह ने बताया कि ग्रीष्मावकाश में स्कूल खोल एमडीएम वितरित करने के संबंध में कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। निर्देश प्राप्त होने के बाद ही आगे की रूपरेखा तय की जाएगी। लिहाजा अवकाश की घोषणा के चलते विद्यालय बंद है।