चिकित्सक नदारद, अस्पताल में बिखरी गंदगी
बहराइच : विशेश्वरगंज क्षेत्र के ग्राम पहुंचकट्टा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र। सुबह 11 बजे थे, ल
बहराइच : विशेश्वरगंज क्षेत्र के ग्राम पहुंचकट्टा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र। सुबह 11 बजे थे, लेकिन अस्पताल की दवा वितरण खिड़की बंद थी। दवा के लिए मरीज व तीमारदार इधर-उधर भटक रहे थे। अस्पताल पहुंचने पर अनीता, शिवम, मनीषा, मिश्रीलाल, फातिमा व राम केवल आदि मरीजों ने पर्चा तो बनवा लिया, लेकिन दवा के लिए घंटों इंतजार करते रहे।
प्रसव कक्ष में पहुंचने पर देखा कि एक प्रसूता महिला बच्चे सहित बिस्तर पर मिली। वितरण सामग्री के बारे में पूछने पर उसने बताया कि यहां किसी प्रकार का कोई फल, दूध व भोजन नहीं मिला है। भोजन की व्यवस्था उसके परिवार वाले स्वयं करते हैं। प्रसव कक्ष देखने में लगा जैसे सफाई नहीं होती है। बेड पर फटे गद्दे थे। मौके पर मौजूद महिला चिकित्सक ने बताया कि मोहित नामक स्वीपर नियुक्त है, लेकिन वह सप्ताह में एक बार आता है। इससे पूरा स्वास्थ्य केंद्र गंदगी की चपेट में है। खिड़कियों व छतों पर जाले लटक रहे थे। यहां पानी की व्यवस्था भी नहीं है। एक इंडिया मार्का नल लगा है, मगर पानी बहुत कम देता है। यहां चार चिकित्सकों की तैनाती है, जिसमें केंद्र प्रभारी डॉ.एके ¨सह छुट्टी पर थे। एक चिकित्सक पंकज मौर्या की रात में ड्यूटी है। मेस(भोजनालय) के बारे में पूछने पर पता चला कि मेस किसी ठेकेदार द्वारा संचालित होता है जो सिर्फ
कागजों पर ही है। रसोईघर में ताला लगा रहता है। स्वास्थ्य केंद्र के पीछे बने डॉक्टरों के आवासों की ओर जाने वाला रास्ता कच्चा और कीचड़ युक्त रहता है। खड़ंजा भी नहीं लगा है। यहां विद्युत व्यवस्था भी नहीं है।