कर्मचारियों के नाम रहा दिन, किया प्रदर्शन
बहराइच : मंगलवार का दिन कर्मचारियों की मांगों के नाम रहा। स्वास्थ्य, बिजली व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों
बहराइच : मंगलवार का दिन कर्मचारियों की मांगों के नाम रहा। स्वास्थ्य, बिजली व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और विभागीय अधिकारियों पर संवेदनहीनता के आरोप मढ़े।
स्वास्थ्य विभाग : पूर्व मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारियों का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। कर्मचारियों ने विभाग में बीते कई वर्षों से तैनात लिपिकों का स्थानान्तरण करने के साथ सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के परिजनों को अब तक कोई भुगतान न हो पाने में लापरवाह लिपिकों पर कार्रवाई की गई थी। कर्मचारियों ने मुख्य चिकित्साधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे दोषी लिपिकों का बचाव करने में जुटे हुए हैं। जबकि उनको मामले में कार्रवाई करनी चाहिए थी। सीएमओ कार्यालय के सामने संगठन द्वारा चलाए गए धरना कार्यक्रम का समर्थन अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद आरसी चौधरी तथा अध्यक्ष उत्तर प्रदेश चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कर्मचारी संयुक्त परिषद जनपद शाखा बहराइच ने भी समर्थन किया है। इस मौके पर विकास कुमार, सुरेन्द्र बहादुर आदि मौजूद रहे। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रीरियल एसोसिएशन जनपद शाखा बहराइच ने मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया। अध्यक्ष अबरार खान ने बताया कि यह बहिष्कार 23 मई तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 31 मई तक मांगे पूरी न होने की दशा में दो जून से धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। धरने में खालिद एहतशाम, बृजेश कुमार यादव, श्यामजी सोनी, सैय्यद सलमान जाफरी, भुनेश्वरनाथ श्रीवास्तव, अभिषेक श्रीवास्तव, सुभाष गुप्त, जयारानी श्रीवास्तव सहित अन्य कर्मी मौजूद रहे।
बिजली महकमा : उप्र बिजली कर्मचारी संघ मांगों को लेकर दूसरे दिन भी आंदोलित रहा। संघ अध्यक्ष नफीस अहमद उर्फ राजू ने बताया कि नए अनुबंध के अनुसार 428 व अकुशल श्रमिकों की आपूर्ति के सापेक्ष 257 काम कर रहे हैं। जो जगह बची हैं उन पर पहले से काम कर रहे श्रमिकों को रखने की मांग की गई है। यह वह श्रमिक हैं जिन्होंने संविदा पर न होते हुए भी विभाग के लिए कार्य किया है और राजस्व वसूलने में बढ़-चढ़कर योगदान दिया है। नए सर्विस प्रोवाइडर इन श्रमिकों को नहीं रख रहे हैं। तानाशाहीपूर्ण रवैया है। वार्ता करने पर आए जरूर, लेकिन फिर उठकर चले गए। उन्होंने कहा कि धरना 25 मई तक निरंतर चलेगा। यदि इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो 26 मई से कर्मी पूर्णरूप से कार्य का बहिष्कार करेंगे। धरने में मंत्री चंदन ¨सह सहित अन्य बिजली कर्मी शामिल हुए।