बच्चों में जल संरक्षण की जगाई अलख
बहराइच : जल संरक्षण के महत्व से अंजान लोगों में जब डॉ.आनंद कुमार श्रीवास्तव ने जागरुकता की अलख जगाई
बहराइच : जल संरक्षण के महत्व से अंजान लोगों में जब डॉ.आनंद कुमार श्रीवास्तव ने जागरुकता की अलख जगाई तो कारवां साथ आ गया। स्कूली बच्चों को प्रेरणा देकर उन्होंने जल संरक्षण के महत्व से अवगत कराया। इनकी मेहनत का ही नतीजा था कि इस विषय पर जिले के बच्चों को बनाये गए मॉडल को प्रदेश स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में शामिल होने का मौका मिला।
किसान डिग्री कॉलेज में वनस्पति विज्ञान के रीडर डॉ.आनंद कुमार श्रीवास्तव को बतौर जिला समन्वयक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का प्रभार मिला तो इन्होंने जिले के विद्यालयों में जल संरक्षण पर जागरुकता अभियान चलाने की ठानी। अल्प संसाधनों से डेढ़ सौ से अधिक स्कूल कालेजों में जाकर खुद बच्चों को जागरूक किया। उन्हें माडल बनाने का प्रशिक्षण भी दिया। पहली बार डॉ.श्रीवास्तव के प्रयासों से तहसील स्तर पर भी बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन संभव हो सका है। कैसरगंज, नानपारा, बहराइच सदर में आयोजित कार्यक्रमों में जूनियर व सीनियर वर्ग में सैकड़ों बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण, जल चक्र, जलवायु परिवर्तन विषयों पर नवीन परिकल्पनाएं प्रस्तुत की। सरस्वती विद्या मंदिर माधवपुरी में आयोजित जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में 170 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जवाहर नवोदय विद्यालय के हाईस्कूल के छात्र मंतोष कुमार को जल संरक्षण माडल के लिए प्रदेश स्तरीय प्रतिभाग के लिए चयन किया गया।
जल संरक्षण पर जोर क्यों
जिला समन्वयक डॉ.आनंद कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि जिले में नदियों व तालाबों का जल स्तर तेजी से गिरा है। भूगर्भ जल को बचाने की मुहिम अगर न छेड़ी गई तो आने वाले 20-25 सालों में स्वच्छ जल के बूंद के लिए लोग तरस जाएंगे।