'जमीन' के वादे में 'हकीकत' का 'कुहासा'
बहराइच : ग्राम प्रधान। ग्रामपंचायत छोटी इकाई का मुखिया। देश की बड़ी पंचायत के मुखिया से लेकर छोटी पंच
बहराइच : ग्राम प्रधान। ग्रामपंचायत छोटी इकाई का मुखिया। देश की बड़ी पंचायत के मुखिया से लेकर छोटी पंचायत के मुखिया को जन-जन चुनता है। यह हैरत में है कि सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट जिले में राह पकड़ने से पहले ही दम तोड़ रहा है। मेडिकल कॉलेज को आवाम की जरूरत करार दे रहे हैं। कहते हैं कि नौ माह बाद भी जमीन नहीं मिल पाई। साल बीतने को है, नया सूरज उगने को है। प्रशासनिक अधिकारियों के दावों में हकीकत का झोल दिख रहा है।
चित्र परिचय -ओमप्रकाश पांडेय 13बीआरएच023 में है।
रिसिया ब्लॉक के भौखारा मटेरा के ग्राम प्रधान ओमप्रकाश पांडेय ने कहा कि मेडिकल कॉलेज बनने के बाद गांव की गरीब जनता को उपचार में आसानी होगी। सरकार ने मेडिकल कॉलेज की सौगात देकर सराहनीय कदम उठाया है। जिला प्रशासन जमीन का अधिग्रहण कर चौहद्दी को तार से घिरवाकर जनता के समक्ष प्रस्तुत करे।
रिसिया ब्लॉक के ग्राम डिहवा के प्रधान मंशाराम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से बहराइच ही नहीं पड़ोसी देश नेपाल के गरीब लोगों को उपचार कराने में आसानी होगी। जिले के लिए यह उपलब्धि है। प्रशासन के अधिकारी आगे आएं और मीडिया के समक्ष बताएं कि मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए जमीन कहां खोजी है। जो विभाग अड़ंगा लगा रहे हैं उस पर छाए कुहासे को स्पष्ट करें।
पयागपुर ब्लॉक के झाला तरहर ग्राम पंचायत की प्रधान कुमुद सिंह बेबाकी से कहती हैं कि मेडिकल कॉलेज जन-जन की जरूरत है। इसके बनने से विशेषकर महिलाओं के गंभीर रोगों का उपचार आसान होगा। अधिकारी जल्द से जल्द जमीन खोजकर निर्माण के लिए उपलब्ध कराएं।
पयागपुर ब्लॉक के ग्रामपंचायत पयागपुर के प्रधान रामजनक ने कहा कि गरीबों को सस्ता इलाज मेडिकल कॉलेज बनने के बाद मिलेगा। रोगियों को लखनऊ जाने से निजात मिलेगी। सरकार की घोषणा सराहनीय है, लेकिन अधिकारी जमीन नहीं खोज पाए हैं, यह दुख का विषय है। जनप्रतिनिधि आगे आएं।
विशेश्वरगंज ब्लॉक के गेंधरिया ग्रामपंचायत के प्रधान नौशाद खां ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा समय की जरूरत है। जल्द से जल्द मेडिकल कॉलेज बने, यह हर लोगों का सपना है। सरकार के अधिकारी जमीन खोजकर शीघ्र मुहैया कराएं।
विशेश्वरगंज ब्लॉक के ककरा मुहम्मदपुर के ग्रामप्रधान उदय प्रताप सिंह ने कहा कि जितनी जल्दी जमीन मिलेगी, मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू होगा। आम आदमी को अच्छी चिकित्सा सेवा प्राप्त होगी। अधिकारी संवेदनशीलता दिखाते हुए जमीन खोजने के काम में शिद्दत के साथ जुट जाएं।
कैसरगंज ब्लॉक के डिहवा शेरबहादुर गांव के प्रधान कौशलेंद्र चौधरी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज जिला मुख्यालय पर जल्द से जल्द बने। गंभीर रोगों के इलाज के लिए 100 किलोमीटर दूर राजधानी जाना पड़ता है। प्रशासनिक अधिकारी हीलाहवाली छोड़ जमीन निर्माण के लिए खोज कर दें।
कैसरगंज ब्लॉक के नकौड़ा ग्रामपंचायत के प्रधान अनिल चौधरी ने कहा कि बहराइच शिक्षा व स्वास्थ्य दोनों में पिछड़ा हुआ है। यहां मेडिकल कॉलेज बनने से लाखों लोगों को राहत मिलेगी। प्रशासनिक अधिकारी सकारात्मक रुख दिखाते हुए निर्माण के लिए जल्द से जल्द जमीन खोजकर मुहैया कराएं।
महसी ब्लॉक के भगवानपुर फत्तेपुरवा ग्रामपंचायत की प्रधान ममता देवी कहती हैं कि सरकार ने मेडिकल कॉलेज देकर जिलेवासियों की सेहत को लेकर अपनी संजीदगी दर्शाई है। अधिकारी इस नेक काम के लिए जल्द से जल्द जमीन खोजकर दें, जिससे सरकार की मंशा पूरी हो सके।
फखरपुर ब्लॉक के जैतापुर ग्रामपंचायत के प्रधान देवी प्रसाद ने कहा कि मेडिकल कॉलेज जितनी जल्दी बनेगा लोगों की सेहत को फायदा पहुंचेगा। मरीजों को लखनऊ जाने से निजात मिलेगी।