उफ! ये पेट नहीं करने देता परेड
बहराइच : पुलिसकर्मियों की फिटनेस का नजारा आज उस वक्त देखने को मिला जब परेड के लिए देवीपाटन मंडल के प
बहराइच : पुलिसकर्मियों की फिटनेस का नजारा आज उस वक्त देखने को मिला जब परेड के लिए देवीपाटन मंडल के पुलिस उपमहानिरीक्षक जेपी सिंह पुलिस लाइन पहुंचे। वहां परेड के हालात देख वह इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने यहां तक कह दिया अफसरों को परेड कराना नहीं मालूम।
जब परेड शुरू हुई तो कोतवालों के छक्के छूटने लगे। परेड के दौरान तेज चलने में बढ़ा पेट जो आडे़ आ रहा था। एक-दो कोतवालों ने तो जिम्मेदारों की आवाज पर कदमताल की हिम्मत दिखाई पर सब साथ नहीं दे पाये। बस परेड ग्राउंड पर प्रतिसार निरीक्षक की आवाजें जरूर सुनाई दे रहीं थीं। सावधान..थम..बाजू शस्त्र..कंधे शस्त्र.. दौड़ के चल..तेज चल आदि। पर आवाजों के साथ कदमताल ज्यादातर कोतवालों के लिए एक मुसीबत से कम नजर नहीं आ रहा था। फिटनेस इस कदर गड़बड़ कि दौड़ने की कौन कहे पैदल तेज चलना दूभर हो रहा था। डीआइजी और पुलिस अधीक्षक परेड ग्राउंड में यह सब देख रहे थे। पसीने से लथपथ अपने सहयोगियों का हाल देख पहले मुस्कराए फिर भृकुटि चढ़ी। नाराजगी भरे लहजे में उन्होंने कोतवालों से बडे़ ओहदेदारों पर नजर डाली कहा, आप लोगों को परेड कराना तक नहीं मालूम। पास खडे़ प्रतिसार निरीक्षक को दायित्वों को बोध कराते हुए कहा कि रोज परेड रोज नहीं लग रही। इसकी जिम्मेदारी आपकी है।
पूछा वंदे मातरम् तो सुनाया राष्ट्रीय गान
बहराइच: उपमहानिरीक्षक देवीपाटन मंडल जेपी सिंह मंगलवार को लाइन में चल रहे पुलिस मार्डन स्कूल पहुंचे। स्कूल की काफी तारीफ सुन चुके श्री सिंह ने बच्चों की ओर रुख किया। बच्चों से सीधा संवाद कर वह कह बैठे वंदे मातरम गीत सुनाओं। चंद पलों की खामोशी के बाद बच्चों ने राष्ट्रीय गान सुनाना शुरू किया। डीआइजी ने शिक्षकों की ओर देखा। फिर बच्चों से गणित का एक सवाल किया तो निराशा हाथ आई। पास खडे़ शिक्षक से वह नाराज हुए और फिर उन्होंने पहाड़ा सुनने की इच्छा जाहिर कर दी। पर यहां सब ठीक-ठाक रहा। किसी तरह शिक्षकों की जान बची।
दस्तावेज दुरुस्त रखें थानेदार डीआईजी देवीपाटन मंडल जेपी सिंह ने देहात कोतवाली का औचक निरीक्षण किया। दस्तावेजों के पन्ने पलटे और कई अन्य अभिलेखों को देखा तो सब कुछ ठीक-ठाक मिला पर दस्तावेज ठीक ढंग से रखे नहीं मिले। इस पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए उनके रखरखाव के लिए कडे़ निर्देश दिये। साथ ही उन्होंने मालखाने में रखे असलहों को लेकर भी आवश्यक सुझाव दिये।
डीआईजी सिंह आज सुबह अचानक देहात कोतवाली पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने जरूरी दस्तावेज रजिस्टर की जांच की। उन्होंने अपराध रजिस्टर, माल खाना रजिस्टर, तहसील दिवस, समाधान, महिला उत्पीड़न, क्रियाशील अपराधी दस्तावेजों को खंगाला। थाने के महत्वपूर्ण रजिस्टर नंबर चार और आठ की बारीकी से जांच की। सब कुछ ठीक-ठाक मिला। बस रखरखाव दुरुस्त नहीं था, इसे लेकर उन्होंने कोतवाली प्रभारी डा.डीएन सिंह को निर्देश दिये। साथ ही अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि सभी थानों के दस्तावेजों ठीक ढंग से रखे जाएं। वहां फाइलों पर धूल नजर न आये। अभिलेखों के रखरखाव की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए जिससे भविष्य में रिकार्ड बेहतर ढंग से उपलब्ध हो सकें।
चौकीदारों का सम्मान, तो सलामी गार्द से खुश : मंगलवार को देहात कोतवाली के औचक निरीक्षण के दौरान डीआईजी जेपी सिंह ने अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में बेहतर काम करने के लिए चौकीदारों का सम्मान किया और कहा कि अपराध नियंत्रण में एक अहम कड़ी है। लिहाजा वह सतर्क रहें।
डीआइजी ने चौकीदार बृजलाल, बहादुर, रामचंदर, फेरन, मंगल सहित सात चौकीदारों का सम्मान कर उनसे और बेहतर कार्य की अपेक्षाएं जताई। सम्मान के बाद वह सलामी गार्द से परेड के दौरान मुखातिब हुए। काम और सलामी का अंदाज बेहतर और चुस्त-दुरूस्त नजर आया तो वह उन्हें शाबासी देने में भी नहीं चूके। पुलिस अधीक्षक आरएल वर्मा ने भी उनकी तारीफ की। सलामी गार्द के उपनिरीक्षक सलाउद्दीन सिद्दीकी, हेड कांस्टेबिल रामबुझावन चौधरी, आरक्षी विजय पाल सिंह, सतेन्द्र कुमार, रामगोपाल गुप्ता, महेन्द्र चौरसिया का प्रशंसा पत्र देने की अनुशंसा की।
एसओजी में ये क्या हो रहा?
अपराध पर तत्काल नियंत्रण को लेकर पुलिस अधीक्षक ने एसओजी और क्राइम ब्रांच का गठन किया था। पर अब यहां वर्चस्व की जंग सी छिड़ी नजर आ रही है। एक ओर एसओजी तो दूसरी ओर सर्विलांस सेल। कहने को तो यह एक दूसरे के पूरक या यूं कहे कि एक दूसरे के हमकदम हैं पर यहां देख ऐसा लगता नहीं। रसूखदारों का सहारा लेकर वर्षो से जमे पुलिसकर्मियों ने इसके मायने बदलने शुरू कर दिये हैं। यह हम नहीं कह रहे आज एसओजी प्रभारी ओपी चौहान की ओर से पुलिस अधीक्षक आरएल वर्मा को इस पद से हटाकर अन्यत्र जगह तैनाती देने की गुहार की है। इसे लेकर एसपी ने कडे़ कदम उठाने के संकेत दिये हैं। सूत्रों की मानें तो एसपी ने श्री चौहान को अपना पीआरओ बनाते हुए तैनाती दी है। साथ ही एसओजी पर नियंत्रण के लिए बड़ी पहल करने वाले हैं।