तबाही के निशान छोड़ गई तूफानी हवाएं
बहराइच : बुधवार को तूफान और बारिश का सिलसिला थमा तो तेज हवाओं द्वारा खेतों पर बरपाया गया कहर सामने आ
बहराइच : बुधवार को तूफान और बारिश का सिलसिला थमा तो तेज हवाओं द्वारा खेतों पर बरपाया गया कहर सामने आ गया। हवाओं और बारिश ने धान, मक्का, गन्ना और केला की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है।
सोमवार शाम से शुरू हुई तूफान और बारिश ने किसानों को गहरा जख्म दिया है। पकने की कगार पर खड़ी धान की फसलें जमीन से चिपक गई। निचले खेतों में पानी भरने से फसल डूब भी गई। किसानों द्वारा खेतों में काटी गई मक्का की फसल खराब होने का खतरा बढ़ गया है। तो खेतों में लगी फसल गिर जाने से उससे दाना निकालना भी मुश्किल हो गया है। तूफान ने गन्ने की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया है। रिसिया ब्लॉक के राम धीरज, शिवगोपाल साहू, नवाबगंज के पेशकार वर्मा, फखरपुर के पंकज पाठक, चंदन कुमार, दिनेश शर्मा आदि ने बताया कि उनकी गन्ने की फसल को तूफान से भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि कड़ी मशक्कत के बाद जब फसल तैयारी हुई तब प्रकृति की मार ने किसानों की कमर तोड़ दी। पयागपुर संवादसूत्र के अनुसार क्षेत्र में मंगलवार दिन भर हुई बारिश व तूफानी हवाओं के कारण गन्ने व धान की फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं। वहीं जगह-जगह पेड़ गिरने से विद्युत तार व खंभे गिर गये। जिसके कारण कस्बे की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई। क्षेत्र के पैतोरा मोड़ के निकट स्थित हनुमान मंदिर के पास पुराना आम का पेड़ गिरने से समीप के मकान की रेलिंग टूट गई। तिवारीपुरवा, झाला, सेमरियावां रोड पर दर्जनों पेड़ गिरने से आवागमन बाधित रहा। खुटेहना संवादसूत्र के अनुसार बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी। देर शाम तक ज्ञात हुआ कि बारिश से किसानों की धान व गन्ने की फसल को साठ प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। खेतों में जलभराव होने के चलते धान के सड़ जाने का डर किसानों को सता रहा है। उधर जड़ से उखड़ चुके गन्ने ने किसानों को रोने पर मजबूर कर दिया। किसान प्रयाग दत्त, योगेन्द्र, संजय तिवारी, प्रेम सिंह आदि ने शासन से सहयोग की इच्छा जताई है।
इनसेट: केले की फसल चौपट
बहराइच : तूफान और बारिश ने केले की खेती करने वाले किसानों का भारी नुकसान किया है। जिला उद्यान निरीक्षक आरके वर्मा ने बताया कि सुरजा महसी, अलिया बुलबुल, मेटुकहा, भिलौरा बासू, ससना, जगतापुर, गुजरा आदि ग्राम पंचायतों में सैकड़ों बीघों में लगी फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।