प्रदर्शनकारियों पर मुकदमें के विरोध में दुकानें बंद
पयागपुर (बहराइच) : अघोषित विद्युत कटौती के विरोध में धरना प्रदर्शन करने वाले नागरिकों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई से आक्रोशित व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर विरोध जताया। एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। एसडीएम द्वारा मुकदमा वापस लिए जाने के आश्वासन पर व्यापारी शांत हुए। इस दौरान बस स्टाप, कोट बाजार, भूपगंज बाजार की दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं। लोग चाय-पानी को तरस गए। दोपहर बाद दुकानें खुलने से लोगों को राहत मिली।
विद्युत व्यवस्था से त्रस्त होकर क्षेत्र के नागरिकों ने बीते सोमवार को विद्युत उपकेंद्र का घेराव कर अवर अभियंता को घंटों बंधक बना कर गोंडा-बहराइच राजमार्ग को जाम रखा था। जिस पर पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए एक दर्जन नामजद सहित चालीस अज्ञात लोगों के विरुद्ध राजकीय कार्य में बांधा, कर्मचारी को बंधक बनाना, राजमार्ग जाम करना आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया था। इन्हीं कारणों से क्षुब्ध होकर शनिवार को क्षेत्र भूपगंज बाजार, कोट बाजार, बस स्टाप के व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। कोट बाजार में व्यापारियों सरकार विरोधी नारे लगाते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। आक्रोशित व्यापारियों व नागरिकों का कहना था कि जब तक निर्दोष लोगों पर दर्ज मुकदमें वापस नहीं होंगे, बाजारें बंद रहेंगी और प्रदर्शन जारी रहेगा। हालात को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रहा। थाना विशेश्वरगंज व पयागपुर पुलिस क्षेत्र में फ्लैग मार्च करती रही। पीएसी बल भी मौके से निपटने को तैयार रहा। प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने पहुंचे एसडीएम सदर बच्चू लाल व सीओ रिसिया बलराम सरोज को व्यापारियों ने पुलिसिया कार्रवाई समाप्त किए जाने का मांगपत्र सौंपा। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि कार्रवाई वापस कर ली जाएगी। दोपहर बाद दुकानें खुलने लगी जिससे लोगों को निजात मिली। व्यापारी नेता हरिश्चंद्र गुप्ता, रामनिवास सिंह, बड़के तिवारी, अजय सिंह, श्याम वैश्य आदि ने बताया कि यदि मुकदमें वापस न हुए तो पुन: व्यापारी आंदोलन का रुख अख्तियार करने को विवश होंगे।