घाघरा की कटान में दो दर्जन घर समाए
कैसरगंज/महसी(बहराइच): कैसरगंज तहसील क्षेत्र में घाघरा की कटान थम नहीं रही है। जिससे गांववासियों में हड़कंप की स्थिति है। लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
तहसील क्षेत्र के ग्राम गोड़हिया नं. 3 व 4 में अब तक दो दर्जन से अधिक घर घाघरा की कटान मे समाहित हो चुके हैं। फसलों का भी काफी नुकसान हुआ है। उपजिलाधिकारी जेपी सिंह ने कटान प्रभावित गांवों का दौरा कर राजस्व टीम को निर्देशित किया है कि घाघरा की कटान से हो रहे नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार करें तथा घटते बढ़ते जलस्तर पर पैनी नजर बनाये रखें। कैसरगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम गोड़हिया नं. 3 में पार्वती, राम आधार, विनोद, जगदीश, ननकऊ, कुन्नी, इंदर, प्रेम, राकेश, संतराम, रमेश, घनश्याम, मनोरथ, विक्रम अजय आदि के घर घाघरा की कटान में समाहित हो गये। गोड़हिया 4 में जगमोहन, सुरेश, अशोक कुमार, प्राग नरायण, राम चंदर, गोड़हिया 3 के मजरे महरापुरवा में रामू व शारदा आदि के घर घाघरा में समाहित हो गये। दूसरी तरफ महसी के कोढ़वा, कायमपुर व गोलागंज में लहलहाती फसलें घाघरा की धारा में समा रही हैं। कटान के भय से ग्रामीण अपने आशियाने उजाड़ कर तटबंध व आसपास की सड़क पटरियों पर शरण ले रहे हैं। गांव निवासी दर्जनों ग्रामीण अपने घर उजाड़ चुके हैं तथा कई ग्रामीण अभी भी गृहस्थी को सुरक्षित करने में दिन-रात एक किए हुए हैं।
इनसेट : कायमपुर पहुंच एसडीएम ने देखा हाल
महसी : बुधवार को एसडीएम महसी रमेशचंद्र शुक्ला ने तहसीलदार लवकुमार सिंह के साथ कायमपुर गांव पहुंचकर कटान का जायजा लिया। पीड़ित परिवारों से मिले। उन्होंने पीड़ित परिवारों को आश्वस्त किया कि उन्हें हरसंभव सहायता दी जाएगी। क्षेत्रीय लेखपाल रामानुज गिरि को सतर्क निगाह रखने के निर्देश दिए। लेखपाल से कहा कि वे कटान की सूचना अविलंब तहसील कार्यालय को उपलब्ध कराते रहें। पीड़ित परिवारों को पालीथिन व अन्य सहायता उपलब्ध कराए जाने का आदेश दिया। इसके बाद उन्होंने पिपरी व गोलागंज का भ्रमण कर कटान का जायजा लिया।