बागपत में तीन तलाक के खौफ से युवती ने बदला धर्म, हिंदू युवक से रचाई शादी
गुरुवार को कचहरी परिसर में नवविवाहित जोड़े पर युवती पक्ष के दो दर्जन से अधिक लोगों ने पुलिस सुरक्षा के बीच जानलेवा हमला भी किया।
बागपत (जागरण संवाददाता)। देशभर में तीन तलाक पर छिड़ी बहस के बीच चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बागपत जिले के फौलादनगर गांव निवासी एक युवती ने तीन तलाक से डरकर अपना धर्म ही बदल लिया और अपने ही गांव के हिंदू युवक से आर्यसमाज मंदिर में शादी कर ली। गुरुवार को कचहरी परिसर में नवविवाहित जोड़े पर युवती पक्ष के दो दर्जन से अधिक लोगों ने पुलिस सुरक्षा के बीच जानलेवा हमला बोल दिया। युवती के शरीर में पेंचकस घोंपकर उसे अगवा करने का प्रयास किया।
उसके पति को भी जमकर पीटा। पुलिसकर्मियों व भीड़ ने दोनों को बमुश्किल बचाया। बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच नवदंपती के न्यायालय में बयान दर्ज कराए गए। गुरुवार को कचहरी परिसर में एकबारगी अफरातफरी मच गई। परिजनों के हमले से युवती खैरून और उसका पति दीपक लहूलुहान हालत में थे। खैरून ने पुलिस सुरक्षा में मीडिया को बताया कि सात जन्मों का रिश्ता तीन बार तलाक बोलकर एक झटके में खत्म कर दिया जाता है। वह तीन तलाक को लेकर हमेशा भयभीत रहती थी।
धर्मपरिवर्तन की यही बड़ी वजह है। बोली कि अब वह और उसका पति दीपक एक दूसरे का सात जन्मों तक साथ निभाएंगे। खैरून और दीपक के वकील विनय कुमार ने बताया कि खैरून ने तीन तलाक से डरकर धर्मपरिवर्तन किया है और गैरसंप्रदाय के युवक दीपक से शादी का फैसला किया। खैरून के परिजन इस शादी के खिलाफ थे। परिजनों से डरकर दोनों 17 मार्च को फरार हो गए। खैरून के परिजनों ने दीपक समेत चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया।
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24 मार्च को खैरून ने धर्मपरिवर्तन कर अपना नाम खुशबू रख लिया और 25 मार्च को गाजियाबाद के आर्य समाज मंदिर में दीपक से शादी कर ली। हाइकोर्ट के आदेश पर गुरुवार को पुलिस सुरक्षा के बीच खैरून और दीपक न्यायालय में बयान दर्ज कराने आए थे। उधर, पुलिस ने घायल नवदंपती का अस्पताल में उपचार कराया और दोनों को उनकी इच्छानुसार दिल्ली छोड़ आई। इस मामले में कोई तहरीर नहीं आई है। पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है। हमले में प्रयोग किया पेंचकस बरामद कर लिया गया है।
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