किन्नर निकला नवजात तो मां-बाप ने घोंट दिया ममता का गला
जांच में सामने आया कि नवजात किन्नर है, इसलिए माना जा रहा है कि दुखी होकर उसके माता-पिता ने उसे मंदिर में रख दिया।
बागपत (जागरण संवाददाता)। नौ माह गर्भ में रखने के बाद जन्म लेते ही एक मां ने अपनी ममता का गला अपने ही हाथों घोंट दिया। बागपत के एक मंदिर में मिला नवजात कौन है? उसके माता-पिता कहां के रहने वाले हैं और उन्होंने नवजात को मंदिर में क्यों रखा? आदि सवालों के जवाब राज बनकर रह गए हैं।
हालांकि, दूसरी ओर जिला अस्पताल में भर्ती नवजात की हालत में सुधार बताया गया है। जांच में सामने आया कि नवजात किन्नर है, इसलिए माना जा रहा है कि दुखी होकर उसके माता-पिता ने उसे मंदिर में रख दिया। बुधवार सुबह सिसाना रोड स्थित हनुमान मंदिर में एक टोकरी में शिशु रखा था, जो बिलख रहा था। काफी खोजबीन के बाद भी उसके माता-पिता नहीं मिल पाए।
गर्मी के कारण नवजात को डिहाइड्रेशन की शिकायत हो गई थी। नवजात को न्यायपीठ बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया गया। समिति के अध्यक्ष/न्याय प्राधिकारी राजीव यादव, डा. कुलदीप त्यागी व मालती शर्मा ने उसकी हालत ठीक नहीं देखकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।
यह भी पढ़ें: देवरिया में प्रेमी के घर बरात लेकर पहुंची दुल्हन व बरातियों पर हमला
वहां पहले उसका उपचार किया गया। गुरुवार को उसके जेंडर की जांच की गई तो वह किन्नर निकला। सीएमओ डा. सुषमा चंद्रा ने बताया कि मुमकिन है कि किन्नर होने के कारण ही नवजात को मंदिर में रखा गया। समिति के अध्यक्ष राजीव यादव ने बताया कि जिला अस्पताल से फिटनेस सर्टिफिकेट मिलने के बाद उसे रामपुर शिशु गृह भेज दिया जाएगा।
यह भी पढ़ें: वाराणसी के शॉपिंग मॉल में लगी आग, कोई हताहत नहीं