कांवड़ यात्रा में स्वच्छता मिशन को लगा पलीता
बिनौली (बागपत): सावन माह में शिवरात्रि के पर्व पर कांवड़ यात्रा के दौरान सरकार का स्वच्छता मिशन कूड़े
बिनौली (बागपत): सावन माह में शिवरात्रि के पर्व पर कांवड़ यात्रा के दौरान सरकार का स्वच्छता मिशन कूड़े के ढेर में दब गया। केंद्र व प्रदेश सरकार स्वच्छता के लिए तमाम प्रयास व अभियान चला रही है, लेकिन कांवड़ यात्रा में मार्गों पर प्रशासन द्वारा कूड़ेदान और अस्थायी शौचालय नहीं बनाए गए। इसके चलते कांवड़ मार्ग पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहे। साथ ही कांवड़िये खुले में शौच के लिए जाने का मजबूर हुए।
श्रावणी पर्व पर ऐतिहासिक पुरा महादेव पर हरिद्वार से लाखों कांवड़िया क्षेत्र के भड़ल से दाहा बरनावा से वाया शेखपुरा, गल्हेता, चिरचिटा, मवीकलां होते हुए पहुंचते हैं। इस कांवड़ मार्ग पर अनुमति व बिना अनुमति के करीब 50 सेवा शिविर लगाए गए। वहां कांवड़ियों की खूब आवभगत हुई और लजीज भोजन परोसा गया, लेकिन विडंबना ये रही कि किसी भी शिविर के बाहर डस्टबिन की व्यवस्था नहीं थी, जिससे भोजन आदि करने के बाद कांवडि़यों ने गिलास, दोने प्लेट आदि को शिविर के पास ही फेंक दिया। नतीजतन, मार्ग पर सड़क के किनारे गंदगी के साथ कचरे के ढेर लग गए। कांवड़ मार्ग पर अव्यवस्था के चलते स्वच्छता मिशन को भी पलीता लग गया। प्रशासन द्वारा जिन शिविरों को अनुमति दी थी, उनमें भी शर्तों और नियमों का कोई पालन नहीं किया गया।