बामनौली पहुंचे जेडी चकबंदी
जागरण संवाददाता, बागपत : मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद ज्वाइंट डायरेक्टर चकबंदी शनिवा
जागरण संवाददाता, बागपत : मुख्यमंत्री कार्यालय से निर्देश मिलने के बाद ज्वाइंट डायरेक्टर चकबंदी शनिवार को चकबंदी कार्यालय में बामनौली गांव की शिकायतों की जांच करने पहुंचे। बामनौली गांव का एक प्रतिनिधिमंडल अधिवक्ता हेमंत कुमार की अगुवाई में 24 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव राजस्व व मुख्य सचिव चकबंदी से मिला था। उन्होंने शिकायत की थी कि चकबंदी में उनके गांव में बहुत बड़ी धांधली की गई। श्रीठाकुरद्वारा मंदिर ट्रस्ट की 100 बीघा जमीन को सात जगह कर दी गई, जबकि पूरा चक एक साथ देना चाहिए था। उन्होंने बड़ौत-बुढ़ाना मार्ग पर उस जमीन को एक साथ देने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि 36 साल से उनके गांव में यह प्रकरण चल रहा है। उस समय 20 पैसे प्रति हेक्टेयर की कीमत थी। जब कीमत बढ़ी तो संपन्न लोगों ने बेकार जमीन के बदले में अच्छी जमीन ले ली। यहां तक कि मिलीभगत करके जिस मार्ग पर सांसद निधि से खड़ंजा लगा था, उसे भी चक में बदल दिया, जबकि ऐसे मार्ग को चक में शामिल किया ही नहीं जा सकता। राजकीय नलकूप को भी चक में आवंटित कर दिया गया। नाप-जोख नियमावली का पालन ही नहीं किया गया। आकार पत्र 23 भाग-1, भाग-2 व भाग-3 को पूरी तरह से नकारते हुए कुएं और पेड़ को भी चक से गायब दिखा दिया गया, उनकी कीमत नहीं दर्शाई गई। कई किसानों की निजी ट्यूबवेल को दूसरे किसानों के चक में आवंटित कर दी गई, और उस किसान से कीमत नहीं दिलाई गई, क्योंकि चकबंदी के समय दिखाया ही नहीं गया कि उस चक में ट्यूबवेल था। कई किसानों का रकबा 60 प्रतिशत तक कम कर दिया गया। ज्वाइंट डायरेक्टर र¨वद्र कुमार दुबे ने बताया कि रिपोर्ट अपने उच्च अधिकारियों को सौंपेंगे। इस मौके पर विजय कुमार, महिपाल, महेंद्र ¨सह, ज्ञानेंद्र, महावीर ¨सह, श्रीराम, सतपाल, तेजपाल, पवन व खिलाड़ी ¨सह आदि उपस्थित थे।