जैनाचार्य वसुनंद महाराज का भव्य मंगल प्रवेश
बड़ौत : आचार्य श्री 108 वसुनंदी जी महाराज ससंघ के मंगल प्रवेश पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़
बड़ौत : आचार्य श्री 108 वसुनंदी जी महाराज ससंघ के मंगल प्रवेश पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में जैन श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
गुरुवार को बड़े जैन मंदिर में आचार्य का पाद प्रक्षालन व आरती की गई। इसके बाद महाराज को शोभायात्रा के साथ नेहरू मूर्ति, अतिथि भवन से होते हुए श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर ले जाया गया। यहां धर्मसभा में आचार्य ने कहा कि संसार में यदि आत्मा को कोई सुख व शांति देने वाला है तो वह धर्म है। धर्म के माध्यम से ही श्रावक साधु व भगवान बनते हैं, धर्म शाश्वत है। धर्म को भूलकर संसारिक प्राणी को दुख भोगना पड़ता है। सुंदर शरीर आत्मा का हित नहीं कर सकता। धर्म का सेवन बुद्धिमान व्यक्ति ही कर पाते हैं। अन्य व्यक्ति दीर्घकाल तक संसार में परिभ्रमण करते रहते हैं। धर्म का सार दया है, जिसके मन में दया होती है वह सबके लिए सम्मानीय बन जाता है। इससे पूर्व धर्म सभा को मुनि श्री 108 शिवानंद जी महाराज ने संबोधित किया। धर्मसभा में दिगंबर जैन मंदिर कमेटी, दिगंबर जैन समाज समिति, धर्म जागृति संस्थान आदि संस्थाओं ने आचार्य को श्रीफल भेंट किया।
मीडिया प्रभारी प्रदीप कुमार जैन ने बताया कि गुरुवार शाम चार बजे वासुनंदी जी महाराज ससंघ सरूरपुर के लिए प्रस्थान कर गए। सरूरपुर में एक से चार अप्रैल तक श्री 1008 जिन¨बब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं विश्वशांति महायज्ञ में महाराज श्री के सानिध्य में होगा।