विस. चुनाव तक बंदियों की पेशी पर लगेगा ब्रेक!
बागपत: विधानसभा चुनाव में पुलिस व्यस्तता के मध्य विभिन्न मामलों में विचाराधीन कैदियों की पेशी मुश्कि
बागपत: विधानसभा चुनाव में पुलिस व्यस्तता के मध्य विभिन्न मामलों में विचाराधीन कैदियों की पेशी मुश्किल में पड़ गई है। पुलिस प्रशासन ने उच्च अफसरों को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि पुलिस बल की कमी के कारण पेशी करा पाना आसान नहीं होगा। विभिन्न राज्यों से बागपत कोर्ट में चुनाव के दौरान बंदियों की पेशी नहीं कराने पर विचार किया जा रहा है। इस संबंध में यूपी, हरियाणा समेत उत्तराखंड के न्यायाधीशों, डीएम और एसपी को पत्र भेजा गया है।
बागपत के एसपी अजयशंकर राय की ओर से भेजे पत्र में शासन को अवगत कराया गया है कि 11 फरवरी को बागपत में विस चुनाव होना है। इसके बाद अन्य चरणों में चुनाव होगा। उसके लिए भी बागपत से भी पुलिस फोर्स जाएगी। इस दौरान बागपत के अलावा विभिन्न स्थानों की जेलों से बागपत कोर्ट में आने वाले बंदियों को सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश कर पाना संभव नहीं होगा। एसपी ने सभी एसपी व अन्य अधिकारियों को सुझाव देते हुए 15 मार्च तक बंदियों को पेशी से अवमुक्त कराने की बात कही है। साथ ही पेशी की अग्रिम तिथि नियत करने को भी कहा है। एसपी का कहना है कि उनका उद्देश्य चुनाव को हर हाल में शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न कराना है। एसपी ने गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर,बुलंदशहर, बिजनौर, मेरठ, मुरादाबाद, अमरोहा, मैनपुरी, दिल्ली कड़कड़डूमा, रोहिणी, फरीदाबाद, हापुड़, उत्तराखंड, पानीपत, सोनीपत, हरियाणा, मुजफ्फरनगर समेत अन्य जिलों के न्यायाधीशों, जिलाधिकारी और एसपी को पत्र भेजा है।