पाले के प्रभाव से बर्बाद हो रही बैगन की फसल
दाहा(बागपत) : गन्ने की जगह सब्जियों की फसल बुआई करने वाले किसानों को पाला खासी आर्थिक चोट दे रहे हैं
दाहा(बागपत) : गन्ने की जगह सब्जियों की फसल बुआई करने वाले किसानों को पाला खासी आर्थिक चोट दे रहे हैं। पाला के प्रभाव से क्षेत्र में सैकड़ों बीघा बैगन की फसल बर्बाद होने से किसानों को लाखों का घाटा उठाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
चौगामा क्षेत्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सबसे गन्ना उपजाऊ फसल मानी जाती है लेकिन गन्ना भाव व समय पर भुगतान न होने के कारण किसानों का गन्ने की फसल से मोहभंग होने लगा है, जिसके चलते क्षेत्र में काफी किसानों ने सब्जी की बुआई शुरू कर दी है। इस साल क्षेत्र में बहुतायत में बैगन की फसल की बुआई की और पैदावार भी अच्छी रही, लेकिन पाला अधिक पड़ने से पौधों पर लगे बैगन या तो फट रहे हैं या फिर सड़कर गिर रहे हैं जिसके चलते किसानों को मुनाफा होने के बजाए नुकसान उठाना पड़ रहा है।
दाहा गांव के किसान राजीव, केशूराम ने बताया कि 10 बीघा जमीन में बैगन की फसल की बुआई की है, जिसमें बीज, खाद, दवाई, पानी, निराई-गुड़ाई में काफी खर्च आया। उम्मीद थी कि पैदावार अच्छी रहेगी और भाव भी ठीक मिलेगा। फल शुरू होने के बाद मात्र तीन चार बार ही फल की तुड़ाई कर बाजार में बेचा गया है, लेकिन इसके बाद अत्यधिक पाला पड़ने के कारण फल पौधों पर ही फटने लगे या फिर सड़कर गिरने लगे। पहले दिल्ली मंडी में बिक्री के लिए ले जाते थे। अब कम फल होने के कारण सस्ते दामों पर बुढ़ाना मंडी में ही भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा कान्हड़, बोपुरा, मिलाना, दोघट, सूजती, गांगनौली, नांगल भगवानपुर, बामनौली आदि गांवों में सब्जी उगाने वाले किसानों को पाले ने खासी चोट दी है।