पंचायत बुलाने की धमकी देना ही बना मौत का सबब
बागपत : मारपीट के बाद तीनों आरोपियों ने रणवीर को छोड़ दिया था तथा उससे माफी भी मांग ली थी, लेकिन रणवी
बागपत : मारपीट के बाद तीनों आरोपियों ने रणवीर को छोड़ दिया था तथा उससे माफी भी मांग ली थी, लेकिन रणवीर ने आरोपियों को धमकी देते हुए कहा कि वह इस मामले को लेकर गांव में पंचायत बुलाएगा। शराब के नशे में तीनों आरोपियों ने उसे सबक सिखाने की बात कहते हुए पकड़ लिया और नीचे दबाकर मार डाला। इसके बाद गौतम का भाई मोहित और पिता कुंवरपाल मौके पर पहुंच गए। वह दोनों गौतम को देखने के लिए गए थे, लेकिन गौतम को बचाने के चक्कर में रणवीर के शव को छिपाने में लग गए। एसपी कार्यालय में आए कुंवरपाल और मोहित ने बताया कि हमने रणवीर को नहीं मारा है हमारी तो समय खराब था जो हम घटनास्थल पर पहुंच गए थे और उसके शव को छिपाने में तीनों आरोपियों का साथ दे दिया।
रणवीर के गायब होते ही होने लगा था हंगामा
15 दिसंबर की रात लगभग आठ बजे रणवीर घर से खाना खाकर दुकान पर गया था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा। उसके गायब होते ही परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। रात के समय ही गांव में एलान भी कराया गया था। उसका पता नहीं चल पाया। इसके बाद उन्होंने पुलिस को जानकारी दे दी। दो दिन तक वह गांव और खेतों में ही उसको ढूंढते रहे। उन्हें नहीं पता था कि वह जिस कमरे के सामने से बार-बार निकल रहे हैं उसमें ही रणवीर का शव रखा हुआ है। रात के समय आरोपियों ने रणवीर का शव झाड़ियों में फेंक दिया तो वहां पर जानवर उसके शव का कुछ हिस्सा खा गए थे। रणवीर का शव 18 दिसंबर की सुबह झाड़ियों से बरामद हुआ था।