पत्नी अस्पताल में और पति बैंक लाइन में
बागपत: बैंकों से रुपये नहीं मिलने से हर कोई हलकान है। पुराना कस्बा बागपत निवासी फकीरा की तब पैरों त
बागपत: बैंकों से रुपये नहीं मिलने से हर कोई हलकान है। पुराना कस्बा बागपत निवासी फकीरा की तब पैरों तले से जमीन खिसकने लगी, जब केनरा बैंक के कैशियर ने रुपये देने से इन्कार कर दिया। फकीरा की पत्नी परवती बीमार है और दिल्ली में एक अस्पताल में भर्ती कराने पर पता चला कि उन्हें ब्रेन कैंसर है। आपरेशन में दो-तीन लाख रुपये की जरूरत है। दो घंटे लाइन लगने के बाद काउंटर तक पहुंचा, लेकिन कैशियर ने यह कहते हुए रुपये देने से इन्कार कर दिया कि उन्होंने तीन दिसंबर को बीस हजार रुपये निकलवाए हैं। सप्ताह में चौबीस हजार से ज्यादा नहीं दे सकते। चार हजार चाहिए तो मिल जाएंगे।
वहीं फकीरा से पत्नी के अस्पताल में भर्ती होने की बात सुन बैंक अधिकारी नेहा वर्मा उन्हें शाखा प्रबंधक आशीष कुमार के पास ले गईं। प्रबंधक ने फकीरा की स्थिति जानने के बाद भरोसा दिया कि उनके परिजनों के खातों से 64 हजार रुपये निकाल कर देंगे। इतने ही रुपये अगले सप्ताह मिलेंगे या अस्पताल के बैंक एकाउंट में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करा लो।