हनुमान ने लंका को किया आग के हवाले
अमीनगर सराय(बागपत) : कस्बे के प्राचीन शिव मंदिर में चल रही रामलीला के दसवें दिन लीला में लंका दहन व
अमीनगर सराय(बागपत) : कस्बे के प्राचीन शिव मंदिर में चल रही रामलीला के दसवें दिन लीला में लंका दहन व अक्षय कुमार वध का मंचन किया गया।
श्रीरामलीला में हनुमान सीता की खोज में लंका पहुंच जाते हैं। वहां विभीषण उन्हें माता सीता का अशोक वाटिका में होना बताते हैं। हनुमान अशोक वाटिका पहुंचकर माता सीता को श्रीराम की दी निशानी अंगूठी और संदेश देते हैं। बाग में लगे फलों को देख हनुमान माता सीता से फलों के सेवन की अनुमति लेकर फल खाने लगते हैं। जहां बाग के पहरेदार उन्हें रोकते हैं तो हनुमान उन्हें वहां से भगा देते हैं। रावण को जब इसकी सूचना मिलती है तो वह अपने पुत्र अक्षय को वहां भेजते हैं, परंतु हनुमान अक्षय का वध कर देते हैं। इस पर रावण क्रोधित होकर मेघनाद को हनुमान को पकड़कर लाने की आज्ञा देते हैं। मेघनाद ब्रह्म फांस में बांधकर हनुमान को रावण के समक्ष लाते हैं। रावण उनकी पूंछ में आग लगाकर दंडित करते हैं तो हनुमान पूरी लंका को जला देते हैं। हनुमान माता सीता से निशानी चूड़ामणि लेकर राम के पास लौट जाते हैं तथा राम को माता सीता द्वारा दी गई निशानी देकर उन्हें सीता की कुशलता के बारे में बताते हैं। अंत में विभीषण के राम की शरण में जाने के साथ मंचन संपन्न हुआ। आयोजन में अध्यक्ष राकेश गुप्ता, महामंत्री नवीन गुप्ता, जयपाल प्रजापति, हरिशंकर, नीटू, वरुण, घनश्याम, मुकेश शर्मा, दिनेश गुप्ता, पुरुषोत्तम गर्ग, संजय गर्ग, पवन गोयल आदि कमेटी पदाधिकारियों का सहयोग रहा।