मद में चूर प्राणी का जल्द हो जाता है पतन : विहर्ष सागर
बड़ौत(बागपत) : जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि पर्वत की चोटी पर बैठे व्यक्ति को धरती पर चलने वा
बड़ौत(बागपत) : जैन मुनि विहर्ष सागर महाराज ने कहा कि पर्वत की चोटी पर बैठे व्यक्ति को धरती पर चलने वाले सभी छोटे दिखाई देते हैं और अपना अहंकार बड़ा दिखाई देने लगता है। ऐसे अहंकार में चूर प्राणी का जल्द ही पतन हो जाता है।
जैन मुनि शुक्रवार को दिगंबर जैन अतिथि भवन में चल रहे श्री भक्तामर स्त्रोत प्रशिक्षण शिविर में प्रवचन कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मद में चूर प्राणी खुद को सबसे ऊंचा, बड़ा और बलवान समझने लगता है। ऐसी भावना वाला व्यक्ति पहले नैतिक रूप से और फिर भौतिक रूप से गर्त में चला जाता है। आज का इंसान इतना भौतिकवादी हो गया है कि वह अपने वर्तमान से भी भटक गया है। उसे न तो अपने पूर्व में की गई गलतियों की ¨चता है और न ही अपने भविष्य की। जीवन पानी का एक बुलबुला है। कब तक इस पर गर्व करोगे? यह नाशवान शरीर कितने दिन चलेगा? इस पर विचार करने की जरूरत है। इसीलिए इस जीवन को ऐसे जीना चाहिए कि मरने के बाद भी सब तुम्हे याद करें। धर्मसभा का संचालन डा. आरके जैन ने किया। इस मौके पर प्रवीण कुमार, सुनील जैन, अखिलेश जैन, बालकिशन, नरेश चंद जैन, सुषमा जैन, सुमन जैन, कल्पना जैन, दीपा जैन, अनीता जैन आदि मौजूद थे।