रुद्राभिषेक में भोलेनाथ के परिवार का दिव्य पूजन
बागपत : बाबा जानकीदास मंदिर में कालसर्प दोष विधान एवं रुद्राभिषेक कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को भ
बागपत : बाबा जानकीदास मंदिर में कालसर्प दोष विधान एवं रुद्राभिषेक कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को भोलेनाथ का परिवार सहित दिव्य पूजन किया गया। इसके बाद स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए भगवान उमाशंकर का दिव्य अभिषेक शक्कर मिश्रित जल से किया गया।
ज्योतिषाचार्य पंडित राजकुमार शास्त्री ने बताया कि अगर वृक्ष की जड़ मजबूत और उत्तम होगी तो वृक्ष अपने आप उत्तम रहकर उत्तम फल देगा। उसी प्रकार पूजा में संकल्प करते हुए यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि जो पूजा हम कर रहे हैं, यह संकल्प उस पूजा की नींव है। संकल्प करते समय मन में सिर्फ मनोकामना रहनी चाहिए और कुछ नहीं। जिनकी पूजा कर रहे हैं, उनका ध्यान रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि कालसर्प योग के चार प्रमुख दुर्भाग्य शास्त्रों में बताए गए हैं। एक संतान के अवरोध के रूप में प्रकट होता है। दूसरा कुलक्षणी एवं कलहप्रिय पति या पत्नी का होना, तीसरा कठोर परिश्रम का फल न मिलना व धन के लिए तरसना तथा चौथा है शारीरिक हीनता एवं मानसिक दुबर्लता के कारण निराशा की भावना जागृत होना व अल्पमृत्यु का भय होना। पूजन के बाद दिव्य आरती की गई। इस मौके पर तेजवीर ¨सह, विकास त्यागी, संजय शर्मा, सेठी परिवार आदि रहे।