चाइनीज मांझे की बिक्री रोकने की मांग
खेकड़ा (बागपत): दुर्घटनाओं के मद्देनजर चाइनीज मांझे की बिक्री रोकने की अरसे से की जा रही है। इसी कड़ी
खेकड़ा (बागपत): दुर्घटनाओं के मद्देनजर चाइनीज मांझे की बिक्री रोकने की अरसे से की जा रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने इस पर रोक लगाने की मांग करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
नगर में रक्षाबंधन व कृष्ण जन्माष्टमी पर पतंगबाजी की जाती है। इसके लिए लोग हजारों रुपये खर्च कर मांझा व पतंग की खरीदारी करते हैं। पतंगबाजी के लिए युवा त्योहार आने से पहले ही तैयारियों में जुट जाते हैं। कुछ शौकीन तो पतंगबाजी का लुत्फ उठाने के लिए बरेली, दिल्ली आदि का प्रसिद्ध मांझा भी खरीदते हैं। गत कई साल से प्लास्टिक का मांझा बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। यह मांझा देखने में बिल्कुल धागे के बने मांझे जैसा लगता है, लेकिन असल में यह प्लास्टिक का बना होता है। इसे अगर तोड़ना भी चाहें तो आसानी से नहीं टूटता। तोड़ने का प्रयास करें तो हाथ भी काट देता है। पिछले साल इस मांझे की चपेट में हजारों पक्षी व दर्जनों बच्चे जख्मी हुए थे। अधिवक्ता हरिओम शर्मा ने बताया कि मांझे पर हाईकोर्ट ने भी रोक लगाई हुई है। इसके बाद भी बाजार में कई दुकानदार चाइनीज मांझे को बेच रहे हैं। उन्होंने एसडीएम ने प्लास्टिक के मांझे की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। रामेश्वर दयाल, परमजीत धामा, नवाब ¨सह धामा, विशाल धामा आदि समेत अनेक अधिवक्ता शामिल रहे।
युवक घायल
खेकड़ा : नगर के रेलवे रोड पर प्लास्टिक मांझे की चपेट में आकर बसी निवासी लोकेश पुत्र जयप्रकाश घायल हो गया। राहगीरों ने घायल को डाक्टर से इलाज कराया। लोगों ने प्लास्टिक के मांझे पर रोक लगाने की मांग प्रशासन से की है।