संपादित: हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भूना
पिलाना(बागपत) : बालैनी थानाक्षेत्र के पुरा महादेव गांव में हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भूनकर मौत के घ
पिलाना(बागपत) : बालैनी थानाक्षेत्र के पुरा महादेव गांव में हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतार दिया गया। उसके मुंह पर चार गोली मारी गई। पुलिस ने शव को नलकूप से बरामद किया है। उसे ऋषिपाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा हुई थी, जिसमें वह हाईकोर्ट से अपीलीय जमानत पर चल रहा था। आशंका जताई जा रही है कि घटना को अंजाम पुरानी रंजिश में दिया गया है।
पुरामहादेव गांव के राजपाल ¨सह ने बताया कि उसका 32 वर्षीय बेटा धीरज रविवार की सुबह लगभग सात बजे भैंसा बुग्गी लेकर खेत में पशुओं का चारा लेने गया था। वह वापस नहीं लौटा तो लगभग एक बजे उसकी पुत्रवधू बबीता खेत में पहुंची तो वहां नलकूप पर धीरज लहूलुहान हालत में पड़ा था। इस बाबत उसने परिवार के लोगों को जानकारी दी। वह लोगों के साथ खेत में पहुंचे तो तब तक धीरज की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
उधर, घटनास्थल गांव से लगभग एक किमी दूर है। नलकूप से गांव की ओर काफी दूर तक खून के छींटे पड़े मिले हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देकर आरोपी गांव की ओर भागे हैं और उनमें से भी कोई घायल हुआ होगा। धीरज को एक गोली कंधे दूसरी ठोड़ी और दो गोली दाहिनी ओर कान के पास लगी हैं। एएसपी अजीजुल हक ने बताया कि धीरज 13 साल पहले गांव में ही ऋषिपाल की हत्या में जेल गया था।
दो ¨बदुओं पर पुलिस ने शुरू की जांच
घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद एएसपी ने बताया कि धीरज की हत्या में दो ¨बदुओं पर जांच शुरू की गई है। पहला ऋषिपाल हत्याकांड से जुड़ा हुआ है कहीं पुरानी रंजिश को लेकर तो धीरज को मौत के घाट नहीं उतार दिया गया। दूसरा कारण कृषि भूमि से जुड़ा हुआ हो सकता है। धीरज के पिता राजपाल ने अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया है।
दूसरा भाई फरार और तीसरा जेल में बंद
बताया जाता है कि धीरज का भाई अमित का भी नाम ऋषिपाल हत्याकांड में सामने आया था जो फरार चल रहा है। उसका दूसरा भाई मनीष आजकल किसी मामले में जेल में बंद है। धीरज की पिछले साल ही करनावल से शादी हुई थी। उसे एक बेटा भी है। 14 नवंबर-2009 को धीरज की बालैनी थाने में हिस्ट्रीशीट खुली थी।