टॉपरों की आंखों में आइएसएस और इंजीनियर बनने का ख्वाब
संवाद सहयोगी, बड़ौत : सीआईएससीई के 10वीं व 12वीं के नतीजों में शानदार प्रदर्शन करने वालों मेधावियों क
संवाद सहयोगी, बड़ौत : सीआईएससीई के 10वीं व 12वीं के नतीजों में शानदार प्रदर्शन करने वालों मेधावियों के आंखों में आइएएस व इंजीनियर बनने का सपना है। इसके लिए उन्होंने अभी से तैयारी भी शुरू कर दी है।
12वीं जिला टाप करने वाली श्वेता ने परीक्षा में शानदार 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। बड़ौत निवासी श्वेता के पिता सत्येंद्र पाल सेना में हैं जबकि माता नीलम गृहणी है। श्वेता अपनी पढ़ाई के प्रति काफी समर्पित हैं। उन्होंने रोजाना पांच से सात घंटे पढ़ाई कर इस स्कोर को हासिल किया। करंट अफेयर और खेलकूद में उनकी काफी रुचि है। वह प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं। दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले अभिषेक दांगी के पिता विनोद कुमार चिकित्सक और माता योगिता देवी गृहणी हैं। अभिषेक का सपना भी आइएएस बनने का है। अभिषेक ने भी सात से आठ घंटे पढ़ाई की है। अपने माता-पिता और गुरुजनों की प्रेरणा को अपनी सफलता का श्रेय देते हैं। 10वीं की कालेज टापर आस्था के पिता शशिकांत जेवी कलोज में क्लर्क हैं। आस्था इंजीनियर बनाना चाहती हैं। इसके लिए वह गर्मियों की छुट्टी में राजस्थान के कोटा में को¨चग ले रही है। उनके पिता ने बताया कि आस्था काफी मेधावी है और एक बार लक्ष्य बनाने के बाद उसे पूरा करके ही दम देती है।
--------------
कों¨चग का लिया सहारा
वैसे तो कान्वेंट स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहद अच्छी मानी जाती है। मगर टापरों ने अपने कठिन विषयों के लिए बाहर भी को¨चग का सहारा लिया। जिला टापर श्वेता बताती हैं कि कमजोर विषयों के टापिक क्लीयर करने में को¨चग काफी मददगार साबित होती है। वह स्कूल की शिक्षा को बेहद अहम मानने हुए कहती हैं कि सिर्फ को¨चग के बूते आप टाप पर नहीं पहुंच सकते। टापरों ने सतत अध्ययन को सफलता का मूलमंत्र बताया।
----------
डीयू में एडमिशन को बताया पहली च्वाइस
12वीं में टाप 10 में शामिल सभी विद्यार्थियों ने स्नातक के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी को अपनी पहली पसंद बताया। उनका मानना है कि डीयू में पूरे देश से प्रतिभावान छात्र-छात्राएं दाखिले के लिए प्रयास करते हैं।
--------
नहीं बदलेंगे बोर्ड
10वीं टाप टेन में शामिल विद्यार्थियों ने सीआईएससीई को बेहतर बोर्ड बताते हुए 12वीं भी इसी बोर्ड से करने पर सहमति जताई। उनका कहना था कि इस बोर्ड में सभी गतिविधियों काफी अनुशासित हैं, जिसका विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलता है।