प्रताड़ित करने पर रोहित वेमुला ने की आत्महत्या : पुनिया
जागरण संवाददाता, बागपत : राष्ट्रीय अनुसूचित एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष डा. पीएल पुनिया ने कहा कि हैद
जागरण संवाददाता, बागपत : राष्ट्रीय अनुसूचित एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष डा. पीएल पुनिया ने कहा कि हैदराबाद के दलित शोध छात्र रोहित वेमुला ने प्रताड़ित किए जाने पर आत्महत्या की। उसे व उसके साथियों को स्थानीय सांसद व एमएलसी के दबाव में आकर निष्कासित किया गया था। रोहित व उनके साथियों पर एबीवीपी के अध्यक्ष के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया है जो कि पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय पर भी इस मामले में गंभीर आरोप लगाया है।
डा. पुनिया बागपत जनपद के दलित उत्पीड़न एवं भूमि विवाद के मामलों की समीक्षा करने पहुंचे थे। समीक्षा से पूर्व प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में एबीवीपी और अंबेडकर छात्र सभा (एएसए) के बीच विवाद हुआ था। एबीवीपी की ओर से अंबेडकर छात्रसभा से जुड़े छात्रों को गुंडा कहा गया था और यह बात फेसबुक पर रात दस बजे पोस्ट की गई थी। एएसए को यह गलत लगा तो अपना विरोध दर्ज कराने के लिए रोहित व कुछ छात्र, एबीवीपी के अध्यक्ष सुशील कुमार से मिलने के लिए उनके कैंपस पहुंचे, लेकिन उनके पहुंचते ही सुशील कहीं और जा चुके थे। मैंने मौके पर जाकर जांच की है। रोहित व उसके साथियों ने मारपीट नहीं की थी। इत्तेफाक से सुशील अस्पताल में अपेंडिक्स का ऑपरेशन कराने गए थे, जिसे मारपीट का रूप दे दिया गया। बाद में वहां के सांसद व एमएलसी के दबाव में मारपीट के आरोपी पांच छात्रों को निष्कासित कर दिया गया। इसमें एचआरडी मंत्रालय से भी दबाव डाला गया। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी स्पॉट रिपोर्ट भेज दी है और गंभीर एक्शन लेने को कहा है। उन्होंने कहा कि रोहित ने आत्महत्या कर ली है, उसके चार अन्य शोधार्थी छात्रों का भी निलंबन वापस हो। वह गरीब और मेधावी था इसलिए उसके परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाए। जुलाई से उसे स्कॉलरशिप नहीं दी गई, उस राशि को उसके परिवार को दिया जाए। कुलपति व केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय पर एफआइआर दर्ज हुई है, उन पर कार्रवाई हो। प्रकरण की स्पष्ट जांच हो।