मतगणना में धांधली को लेकर जाम किया हाईवे
जागरण संवाददाता, बागपत : पिलाना ब्लॉक में जिला पंचायत के वार्ड नंबर 17 में दूसरे नंबर पर रहे प्रत्या
जागरण संवाददाता, बागपत : पिलाना ब्लॉक में जिला पंचायत के वार्ड नंबर 17 में दूसरे नंबर पर रहे प्रत्याशी फखरुद्दीन के समर्थक दूसरे दिन भी शांत नहीं हुए। पुनर्मतदान की मांग को लेकर सोमवार को बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने हाईवे जाम कर दिया। कोई ज्ञापन नहीं लेने आया तो कलक्ट्रेट के अंदर जाने लगे। उन्हें पुलिस ने रोका और वापस भगाया तो गुस्साए लोगों ने डीएम ऑफिस के बाहर रखे गमले तोड़ दिए। बाद में एसपी ने प्रत्याशी की डीएम से वार्ता कराई। डीएम ने आयोग को उनका ज्ञापन प्रेषित करने का आश्वासन दिया।
वार्ड नंबर 17 से 51 मतों से दूसरे नंबर पर पहुंचे फखरुद्दीन बड़ी संख्या में समर्थकों को लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे। पुनर्मतदान की मांग को लेकर हाईवे जाम कर दिया। यहां जब कोई मिलने नहीं आया तो वे डीएम से मिलने के लिए कलक्ट्रेट के अंदर रवाना हो गए। उन्हें मिलने से रोका गया और पुलिस ने भगाया तो समर्थकों ने डीएम कार्यालय के बाहर रखे गमले तोड़ दिए, उनके उग्र रूप को देखकर वहां मौजूद पुलिस ने उन्हें दौड़ाया और फौरन एएसपी मयफोर्स पहुंच गए। इसी बीच एसपी आरएस छवि भी पहुंच गए। उन्होंने प्रत्याशी से बात की। प्रत्याशी ने अपनी बात रखने के लिए डीएम से मिलने का समय मांगा। इसके बाद एसपी की मौजूदगी में फखरुद्दीन की डीएम से वार्ता हुई। फखरुद्दीन ने पुनर्मतदान की मांग रखी। डीएम नरेंद्र शंकर पांडेय ने कहा कि वह मांग पत्र चुनाव आयोग को भेज देंगे, आयोग का जैसा फैसला होगा उसका पालन किया जाएगा। इससे पूर्व भी रविवार रात को पिलाना में मतगणना के दौरान पथराव हुआ था।
अचानक ओमकार जीते तो
हैरान रह गए फखरुद्दीन
मतगणना के आखिरी चरण व अंतिम सूची मिलान करने पर अचानक ओमकार यादव ने बढ़त बनाकर 51 वोटों से जीत दर्ज कर ली। क्योंकि इससे पहले ओमकार लगातार उनसे पीछे ही चल रहे थे। इससे फखरुद्दीन के समर्थक बौखला गए और उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने ओमकार को घपलेबाजी करके जिताया है। ओमकार यादव सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं, वह जिला पंचायत अध्यक्ष भी रहे हैं। सपा में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। इसी बात को मुद्दा बनाकर फखरुद्दीन के समर्थकों ने मतदान केंद्र में हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ दिया तो लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। सीओ व एसडीएम मामले को शांत कराने पहुंचे तो उन पर भी पथराव किया गया। बाद में डीएम व एसपी ने पहुंचकर मामला शांत कराया।
अंधेरा किया और निर्वाचन अधिकारी ने नहीं लिया पत्र
फखरुद्दीन ने आरोप लगाया है कि धांधली करने के लिए वहां उपस्थित एक दारोगा ने बार-बार उनसे बदसलूकी की। ओमकार यादव को जिताने के लिए तीन बार जनरेटर बंद कर दिया। जब उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से पुनर्मतदान की मांग की तो उनका पत्र नहीं लिया गया।