ब्रिटेन तक हल्ला, गांव वालों का कहना कोई पंचायत नहीं हुई
जागरण संवाददाता, बागपत : ब्रिटेन तक खाप पंचायत और फरमान को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है, लेकिन पंचायत क
जागरण संवाददाता, बागपत : ब्रिटेन तक खाप पंचायत और फरमान को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है, लेकिन पंचायत कहां हुई, कब हुई? इस बारे मे साफ तौर पर कुछ पता नहीं चल रहा है। प्रकरण राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ चुका है। पुलिस भी किसी पंचायत से इन्कार कर रही है, गांव के लोग भी इन्कार कर रहे हैं।
खेकड़ा थाना क्षेत्र के सांकरौद गांव में दलित बिरादरी के युवक और जाट बिरादरी की युवती की प्रेम कहानी का कई माह पहले उस दिन अंत हो गया था जब दोनों की फरारी के बाद पुलिस ने दलित युवक को जेल भेज दिया था और युवती को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। ग्रामीणों के एक पक्ष का कहना है कि युवक के परिजनों ने युवती और उसके परिजनों को सबक सिखाने के लिए ऐसी खतरनाक कहानी लिख डाली और अदालत तक पहुंच गए। एक पखवाड़ा पहले सांकरौद से निकला खाप पंचायत का जिन्न युवती और उसके परिवार का पीछा नहीं छोड़ रहा है। स्थिति यहां तक आ गई कि हंगामे के चलते युवती को अपनी सुसराल छोड़कर मायके आना पड़ गया और उसकी दूसरी शादी भी अब खतरे में हैं। बागपत से लेकर लखनऊ, दिल्ली और ब्रिटेन तक इस बात पर हल्ला मचा हुआ है कि सांकरौद गांव में जाट बिरादरी की युवती के परिजनों के कहने पर खाप पंचायत की गई। पंचायत ने दलित युवक की दो बहनों के साथ दुष्कर्म कर गांव में उनकी नग्न परेड कराने का फरमान सुनाया है। सच्चाई क्या है, ये पता नहीं, लेकिन पंचायत और फरमान का सुबूत कहीं मिलते नहीं दिख रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले दलित परिवार का भी कोई सदस्य पंचायत और फरमान होने की पुष्टि नहीं कर पा रहा है। दलित परिवार के आरोपी युवक के पिता धर्मपाल का कहना है कि उन्हें पंचायत होने की जानकारी मिली है। लेकिन कब और कहां के सवाल का जवाब उनके पास नहीं है।
जाट पक्ष के लोगों का कहना था कि जिस युवती और उसके परिवार को पीड़ित होना चाहिए था आरोपी बना दिया गया है। समाज की मान-मर्यादा के चलते वह अपनी बात किसी को खुलकर बता भी नहीं पा रहा है जबकि आरोपी पक्ष के लोग हर रोज न्याय और सुरक्षा देने को लेकर हल्ला मचा रहे हैं। जांच में पुलिस और प्रशासन ने साफ कर दिया है कि गांव में युवक-युवती के बीच प्रेम-प्रसंग का पुराना मामला निपट गया था। इस मामले में न तो कोई पंचायत हुई और न ही किसी को फरमान सुनाया गया है।
इन्होंने कहा..
हर स्तर से जांच कर ली गई है। गांव में युवक-युवती के प्रेम-प्रसंग को लेकर न पंचायत हुई और न ही फरमान सुनाया गया है। गांव में कोई भी एजेंसी जब चाहे आकर जांच कर सकती है। झूठी पंचायत और उसके फरमान की कहानी खुद व खुद सामने आ जाएगी।
-शरद सचान, एसपी बागपत