आधी-अधूरी सुविधाओं के साथ कारागार हैंडओवर
जागरण संवाददाता, खेकड़ा : लंबी प्रतीक्षा के बाद आधी-अधूरी सुविधाओं के बीच शुक्रवार को जिला कारागार को
जागरण संवाददाता, खेकड़ा : लंबी प्रतीक्षा के बाद आधी-अधूरी सुविधाओं के बीच शुक्रवार को जिला कारागार को हैंडओवर कर दिया गया। सामूहिक यज्ञ में विभागीय अधिकारी, कर्मचारियों ने आहुति देकर जेल में सुरक्षा कायम रखने का संकल्प लिया।
खेकड़ा तहसील के अब्दुलपुर गांव में बनकर तैयार जिला जेल का तीन दिन पहले डीआइजी जेल रघुवीर लाल ने निरीक्षण किया था। जेल का निर्माण कार्य वर्ष 2004 में शुरू हुआ था। जेल में मिली काफी खामियों को देखकर उन्होंने हैंडओवर से इन्कार कर दिया था। निर्माण एजेंसी टीम ने दिन-रात मेहनत कर अधिकतर कमियां दूर की और समय सीमा के एक दिन बाद शुक्रवार का समय हैंडओवर के लिए सुनिश्चित कर दिया। शुक्रवार को सुबह शुरू हुए यज्ञ में बतौर यजमान डीआइजी जेल ने आहुति दी। जेल अधीक्षक एमएल यादव, जेलर आरएस यादव समेत निर्माण एजेंसी के इंजीनियर आदि शामिल रहे। इस अवसर पर डीआइजी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो काम शेष हैं, उन्हें तुरंत पूरा कराया जाए। कहा, भले ही हैंडओवर हो गया हो फिर भी काम पूरा होने तक जिम्मेदारी निर्माण एजेंसी की ही रहेगी। हवन के बाद डीआइजी जेल ने अधिकारियों के साथ जेल परिसर व बैरकों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
अगले माह होगा जेल का लोकार्पण
डीआइजी जेल रघुवीर लाल ने पत्रकारों को बताया, अभी तो जेल केवल हैंडओवर हुई है। अगले माह जेल का लोकार्पण भी हो जाएगा। 15 सितंबर के आसपास कारागार मंत्री बलराम यादव व एडीजी जेल देवेंद्र ¨सह चौहान का समय भी लिया गया है। इससे पूर्व जेल में स्टाफ समेत अन्य सुविधाएं भी जुटा ली जाएंगी।
विद्युत कनेक्शन बिना कैसे चलेगी जेल
निर्माण एजेंसी ने कारागार की बि¨ल्डग तो बनाकर तैयार कर दी और शुक्रवार को विभाग को हस्तान्तरित भी कर दी, लेकिन अभी तक जेल में विद्युत कनेक्शन व टेलीफोन की व्यवस्था तक नहीं हुई है। जाहिर है, जेल को चलाने के लिए दोनों ही सुविधाएं महत्वपूर्ण हैं। डीआइजी जेल ने बताया, विद्युत कनेक्शन के लिए पहले ही करीब 11 लाख का एस्टीमेट ऊर्जा निगम को दे दिया था। कार्य देरी से होने की वजह से कनेक्शन नहीं लिया गया। नए कनेक्शन के लिए नया एस्टीमेट बनवाया है, जिसे शीघ्र जमा करा कर कनेक्शन ले लिया जाएगा। टेलीफोन कनेक्शन के लिए बीएसएनएल और गैस आपूर्ति के लिए पूर्ति विभाग को पत्र लिखा गया है।
डेढ़ सेक्शन पीएसी और 30 होमगार्ड होंगे तैनात
डीआइजी जेल ने बताया, वह डीएम व एसपी से मिलकर जेल पर डेढ़ सेक्शन पीएसी व तीस होमगार्ड की तैनाती की मांग करेंगे। इसके लिए पहले ही पत्राचार किया जा चुका है। जेल तक आने जाने के लिए कम से कम एक रास्ता तो बेहतर हो, इसके लिए लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा है। अलग से एक पुलिस चौकी भी खुलवाने की बात कही गई है। जेल तक आने जाने के लिए साइन बोर्ड आदि भी लगाए जाएंगे। स्ट्रीट लाइट के लिए भी ऊर्जा निगम को पत्र लिखा गया है।