दलित परिवार के घर पर 26 दिन से ताला
जागरण संवाददाता, खेकड़ा (बागपत) : सांकरौद गांव में दलित बिरादरी के युवक और जाट बिरादरी की युवती के बी
जागरण संवाददाता, खेकड़ा (बागपत) : सांकरौद गांव में दलित बिरादरी के युवक और जाट बिरादरी की युवती के बीच प्रेम-प्रसंग को लेकर खाप पंचायत के सुनाए गए कथित फरमान के बाद दलित परिवार दहशत में है। 26 दिन से परिवार के लोगों ने घर छोड़कर दिल्ली में शरण ले रखी है। प्रेमी के भाई का आरोप है कि पंचायत के फरमान के बाद उसकी दोनों बहनों की इज्जत खतरे में है और परिवार को भी खतरा है। पुलिस भी उनके साथ ज्यादती कर रही है।
युवक रवि के भाई सुमित ने दिल्ली से फोन कर बताया कि युवती के परिजनों ने गांव में खाप पंचायत बुलाई थी। इसमें उसकी दोनों बहनों के साथ दुष्कर्म कर गांव में नग्न परेड कराने का फरमान सुनाया था। इस बात की जानकारी उन्हें गांव के ही एक व्यक्ति ने दी थी। इसके बाद 24 जुलाई-15 को घर छोड़कर परिवार के सभी सदस्य दिल्ली में आ गए थे। उसने बताया कि मजबूरन उन्हें न्याय और सुरक्षा की खातिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। सुमित ने बताया कि उसकी भाई की जमानत हो चुकी है, लेकिन डर के मारे वह अभी उसे जेल से बाहर लाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। उसका यह भी आरोप है कि खेकड़ा पुलिस भी आरोपियों का साथ दे रही है।
गांव में कुछ लोगों का यह भी कहना है कि देर शाम दलित परिवार का मुखिया अपने मकान पर आता है और सुबह जल्दी चला जाता है। उसके अपने घर पर आने-जाने की जानकारी बहुत कम लोगों को है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में गांव में कभी पंचायत नहीं हुई। पंचायत में फरमान का झूठा आरोप किसी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
इन्होंने कहा..
दलित परिवार का मुखिया रिटायर्ड फौजी है और कहीं पर गार्ड की नौकरी करता है। रोजाना शाम को आता है और सुबह चला जाता है। परिवार के सदस्यों की पलायन जैसी कोई बात नहीं है और गांव में पंचायत के फरमान की बात भी निराधार है।
-सुबोध यादव, थानाध्यक्ष खेकड़ा