टी-सेरमनी में बिखरी जापानी संस्कृति की छटा
संवाद सहयोगी, बड़ौत : छात्राओं को जापानी संस्कृति से परिचित कराने के उद्देश्य से शुक्रवार को ग्रोवैल
संवाद सहयोगी, बड़ौत : छात्राओं को जापानी संस्कृति से परिचित कराने के उद्देश्य से शुक्रवार को ग्रोवैल गर्ल्स स्कूल में जापानी टी-सेरेमनी का आयोजन किया गया। जापानी संस्था क्रम एक्सपीरियंस के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में जापान से आई अतिथि योशिको इतो ने विद्यालय की करीब 150 छात्राओं को अपने हाथों से चाय परोसी।
संस्था के अध्यक्ष जितेंद्र मेहता ने बताया कि जापानी भाषा में टी-सेरेमनी को सादो कहा जाता है। आठवीं शताब्दी में चाइनीज बुद्धिस्ट Þप्रोस्टÞ ने इस चाय को बनाने की कला विकसित की। वर्तमान में टी-सरेमनी जापानी संस्कृति का अहम हिस्सा बन चुकी है। इस परंपरा में चाय को विशेष प्रकार से बनाया और परोसा जाता है। चाय परोसने वाले व्यक्ति को ÞचाजीनÞ कहा जाता है।
जापान से आई अतिथि योशिको इतो और उनके व्यापारी साथी स्योरजी कुमाकी ने बताया कि वह विदेशों में जापानी टी-सरेमनी के कार्यक्रम करते रहते हैं। भारत में स्कूलों के साथ-साथ अन्य सामाजिक संस्थाओं के निवेदन पर इस जापानी परंपरा का प्रदर्शन करते है, जिसे काफी प्रोत्साहन मिल रहा है। इस मौके पर छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।