शोरूम से सर्राफ का अपहरण
जागरण संवाददाता, बागपत : बदमाशों ने शनिवार सुबह बड़ा बाजार से एक सर्राफ का अपहरण कर लिया। इससे आक्रोश
जागरण संवाददाता, बागपत : बदमाशों ने शनिवार सुबह बड़ा बाजार से एक सर्राफ का अपहरण कर लिया। इससे आक्रोशित व्यापारियों ने बाजार बंद कर धरना दिया और उसकी बरामदगी की मांग की। पुलिस के आला अधिकारियों ने मौका मुआयना किया है। करीब डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल स्कार्पियो को बरामद करने का दावा किया है।
ठाकुरद्वारा निवासी राजेंद्र वर्मा का बड़ा बाजार में चौराहे पर ही आरपी ज्वैलर्स शोरूम है। इस पर इनका पुत्र प्रदीप वर्मा (25) भी बैठते हैं। शनिवार सुबह करीब 6:30 बजे प्रदीप दुकान की सफाई करने आए थे। कुछ मिनट बाद ही स्कार्पियो सवार लगभग आधा दर्जन बदमाश दुकान पर पहुंचे और प्रदीप को अगवा कर ले गए। इस बीच वाकये को देख रहे श्री राम और उनके भतीजे पंकज ने शोर मचा दिया, जिससे कुछ ही देर में बड़ी संख्या में व्यापारी एकत्र हो गए। इसकी सूचना कोतवाली में दी गई, तो पुलिस ने सीमाएं सील कर चेकिंग अभियान चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इधर, व्यापारियों ने दुकान न खोलकर प्रदीप की बरामदगी की मांग को लेकर धरना और नारेबाजी शुरू कर दी। एसपी शरद सचान, एएसपी विद्यासागर मिश्र, सीओ एनपी सिंह व कोतवाल केएम दोहरे घटनास्थल पर पहुंचे और व्यापारियों से घटना की जानकारी ली। पुलिस अधिकारियों ने जल्द ही प्रदीप को सकुशल बरामद करने का आश्वासन दिया। अपहृत की मां कृष्णा ने बताया कि 30 अपै्रल को शामली में प्रदीप की शादी होनी है। उन्होंने किसी तरह की रंजिश से भी इन्कार किया है। पिता राजेंद्र ने मुकदमा दर्ज कराया है।
एसपी ने बताया कि किसी गिरोह ने साजिश के तहत अपहरण किया है। उन्होंने बताया कि वारदात में इस्तेमाल स्कार्पियो को एक घंटे बाद ही सिंघावली थाना क्षेत्र के हिसावदा के जंगल से बरामद कर लिया गया। उनका मानना है कि अपहर्ता सर्राफ को दूसरी गाड़ी में डालकर ले गए हैं। कहा, वारदात का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा।
इन्होंने कहा.
बागपत से सर्राफा के अपहरण में राहुल खट्टा पर शक है। सर्राफ की हिस्ट्री खंगाली गई तो उसका कोई बड़ा कारोबार भी नहीं है, प्रथम जांच में लग रहा है कि धोखे में सर्राफ का अपहरण हुआ है। जिस प्रकार से रकम मांगी गई है, उससे साफ है कि स्थानीय बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस जल्द ही सर्राफ को सकुशल बरामद कर लेगी।
- आलोक शर्मा, आइजी मेरठ जोन।