भक्ति के वशीभूत दौड़े चले आते हैं भगवान
बागपत : श्री श्री राधा गोविंद गौड़िय वेदांत ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रही भागवत कथा का रविवार को समा
बागपत : श्री श्री राधा गोविंद गौड़िय वेदांत ट्रस्ट के तत्वावधान में चल रही भागवत कथा का रविवार को समापन हो गया।
नगर के जैन स्थानक धर्मशाला में चल रही कथा के अंतिम दिन भक्ति वेदांत श्री श्रीधर महराज ने कृष्ण-सुदामा की कथा सुनाई। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सभी को सुदामा जैसी भक्ति करनी चाहिए। भक्त की भक्ति के वशीभूत भगवान उसकी सहायता के लिए दौड़े चले आते हैं। उन्होंने भक्ति के नौ अंग बताए, जिनमें श्रवण और कीर्तन प्रमुख है। इसके बाद रुकमणी विवाह का मोहक वर्णक कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर हरे कृष्ण, हरे कृष्ण महामंत्र के कीर्तन पर भक्तगण झूम उठे। कथा के उपरांत भगवान को भोग लगाकर भंडारे का आयोजन किया गया। इस मौके पर डा. ओम प्रकाश शर्मा, हरिशंकर, लक्ष्मी अग्रवाल, सरोज, सुभाष, श्याम सुंदर, घनश्याम, जय सिंह, रवि, राम आदि मौजूद थे।