आधुनिक हथियार 'पी' गई क्राइम ब्रांच
बागपत : क्राइम ब्रांच ने दिल्ली और गाजियाबाद जनपद के पांच बदमाशों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
बागपत : क्राइम ब्रांच ने दिल्ली और गाजियाबाद जनपद के पांच बदमाशों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि बदमाश दिल्ली में एक कंपनी से लाखों रुपये लूटने जा रहे थे। पुलिस ने इनके पास से एक देशी पिस्टल और तमंचा भी बरामद किया है। सवाल यह है कि बदमाश दिल्ली जैसे महानगर स्थित कंपनी में एक देशी पिस्टल और तमंचे से कैसे लूटपाट करने की हिम्मत कर सकते हैं। माना जा रहा है कि बदमाशों के पास से बरामद आधुनिक हथियार पुलिस पी गई।
क्राइम ब्रांच के दारोगा रमेश चंद राणा ने शनिवार की शाम कांस्टेबल कर्मवीर, अमित, जहांगीर, दीपक, कोतवाली के कांस्टेबल सतीश, सलीम, राजीव और मनवीर के साथ मुखबिर की सूचना पर हरचंदपुर मोड़ पर लूट का प्रयास कर रहे पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देशी पिस्टल, तमंचा, छुरे और बाइक भी बरामद की है। पुलिस विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया है कि पांचों बदमाश गाजियाबाद के साथ दिल्ली में बड़ी आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं। क्राइम ब्रांच का दावा है कि पांचों बदमाश दिल्ली में एक कंपनी में लाखों रुपये लूटने जा रहे थे। पांचों के खिलाफ मुकदमा कायम कर अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। सवाल यह है कि दिल्ली जैसे महानगर में बदमाश एक देशी पिस्टल और तमंचे से कंपनी में लाखों रुपये लूटने की हिम्मत कैसे कर सकते हैं? वहां हर कदम पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस पुलिस तैनात रहती है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि बदमाशों के पास से आधुनिक हथियार भी बरामद हुए थे, जिन्हें क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम 'पी' गई और एक देशी पिस्टल और तमंचा बरामद होना दिखा दिया।
इन्होंने कहा..
क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने पांच बदमाशों को पकड़ा है, लेकिन हथियारों में क्या उलटफेर हुआ है इसकी जानकारी मुझे नहीं है।
विद्या सागर मिश्र, एएसपी बागपत।
ये गए हैं पकड़े
- धीरज पुत्र रमेश, अनिल पुत्र मनोज और सूरज पुत्र चंद्रपाल निवासीगण शहीदनगर, थाना साहिबाबाद, जनपद गाजियाबाद।
- आमिर पुत्र नवाब निवासी ओल्ड सीमापुरी, दिल्ली।
- शेखर पुत्र हरिद्वार निवासी जनपद मुंगेर, बिहार हाल निवासी गाजियाबाद।
रमेश राणा पर लगे थे आरोप
हाल ही में क्राइम ब्रांच में तैनात दारोगा रमेश चंद राणा पर लगभग दो माह पहले बामनौली गांव के एक युवक को थर्ड डिग्री देने का आरोप लगा था। रमेश समेत कई पुलिस वालों के खिलाफ बिनौली थाने में मुकदमा कायम हुआ था, लेकिन बाद में पीड़ित लोगों पर दबाव बनाते हुए इस मामले में समझौता हो गया और रमेश समेत सभी को बहाल कर दिया गया।