कलियुग में भागवत कथा आवश्यक : राजीव कृष्ण
जागरण संवाददाता, बागपत : सिसाना गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथाव्यास आचार्य राजीव कृष्ण भार
जागरण संवाददाता, बागपत : सिसाना गांव में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में कथाव्यास आचार्य राजीव कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि कलियुग में श्रीमद्भागवत कथा की अत्यंत आवश्यकता है। मृत्यु जैसे सत्य से यही हमें अवगत कराती है।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा कल्प वृक्ष की तरह है। इसकी छत्र- छाया में जैसी कामना की जाती है, ठाकुरजी उसे पूर्ण करते हैं। राजा परीक्षित आखेट के लिए गए। वहां उन्हें कलियुग मिल गया। कलियुग ने उनसे राज्य में आश्रय मांगा, लेकिन उन्होंने देने से मना कर दिया। बहुत आग्रह करने पर राजा ने उन्हें तीन स्थानों जहां जुआ खेला जाता हो, जहां पर पराई स्त्रियों पर नजर डाली जाती हो और जहां झूठ बोला जाता हो और अंत में स्वर्ण पर वास बता दिया। उन्होंने कहा कि अभिमान किसी प्रभु को पसंद नहीं है। कलियुगी जीव को थोड़ा भी धन, वैभव प्राप्त हो जाए तो वह गोविंद को भूलने लगता है। इस मौके पर कमलकांत शास्त्री, अरविंद शास्त्री व किशनपाल चौहान आदि उपस्थित थे।