युवा पीढ़ी को संस्कारित कर रही 'संस्कारशाला' : सुभाष
संवाद सहयोगी, बागपत : संस्कार, नैतिक शिक्षा और सभ्यता, इन तीन शब्दों में ही सफल जीवन का सार छिपा है।
संवाद सहयोगी, बागपत : संस्कार, नैतिक शिक्षा और सभ्यता, इन तीन शब्दों में ही सफल जीवन का सार छिपा है। यदि युवा पीढ़ी इन तीन शब्दों के सूत्र को अपने जीवन में उतार ले तो उनका ही नहीं, बल्कि मजबूत राष्ट्र का भी निर्माण होगा। 'दैनिक जागरण' की 'संस्कारशाला' को लेकर यह कहना है शिक्षाविद सुभाष गुर्जर का।
चौधरी शिव चरण सिंह डिग्री कालेज निरोजपुर गुर्जर और चौधरी एसएस बीटीसी कालेज के प्रबंधक व समाजसेवी सुभाष गुर्जर का कहना है कि बालपन से ही अगर इन शब्दों को व्यक्ति के जीवन में समाहित कर दिया जाए तो उसे सफलता की सीढि़यों पर चढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। निरोजपुर गुर्जर निवासी शिक्षाविद सुभाष ने कहा, अभिभावक तो अपने बच्चों के भविष्य को स्वर्णिम बनाने के लिए दिन-रात मेहनत करते ही हैं, लेकिन इसके साथ-साथ 'संस्कारशाला' जैसी अनोखी पहल भी बच्चों को संस्कारित कर रही है। उनका कहना है कि युवा पीढ़ी को संस्कारित करने में शिक्षाविदों और समाजसेवियों को भी सामने आना चाहिए। इसी उद्देश्य के साथ वह भी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। निर्धन बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में कोई कमी न हो इसके लिए वह भी समय-समय पर उनकी मदद करते रहते हैं। इसी के तहत उन्होंने वली गांव के सरदार पटेल इंटर कालेज में गुरुवार को 51 हजार की धनराशि दान की।